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सीएम गहलोत की ब्यूरोक्रेसी से अपील, योजनाएं अच्छी लेकिन धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी अफसरों की

सिविल सेवा डे पर सीएम गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी से अपील करते हुए कहा कि सरकार की योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन उन्हें धरातल पर उतारना आपका काम है. गुरुवार को RIC के ऑडिटोरियम में सीएम गहलोत ने कलेक्टर और एसपी सहित उच्च अधिकारियों की बैठक भी ली और फिर अफसरों को सीएम एक्सीलेंस अवार्ड से सम्मानित किया.

Programs in Jaipur on Civil Services Day
गहलोत ने अफसरों को किया पुरस्कृत
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Published : Apr 20, 2023, 6:49 PM IST

Updated : Apr 21, 2023, 12:11 AM IST

सीएम गहलोत की ब्यूरोक्रेसी से अपील

जयपुर. प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच गहलोत सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को ब्यूरोक्रेसी के जरिए धरातल पर उतारने में जुट गई है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक और पुलिस महकमे से जुड़े उच्च अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की. इस दौरान सीएम गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी से आह्वान किया कि सरकार की योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन उन्हें धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी अफसरों की है.

24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंप शुरू हो रहे हैं. ऐसे में सभी अधिकारियों की ये जिम्मेदारी होगी कि हर एक व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने सिविल सेवा डे पर जन सेवा के अच्छे काम करने पर 6 अफसरों को सीएम एक्सीलेंस अवार्ड दिए गए.

पढ़ें. विधायकों के फीडबैक के बाद आज कांग्रेस के सभी नेता जयपुर तलब, कैसे हो सरकार रिपीट मुद्दे पर मंथन

योजनाएं अच्छीं, अफसर उसपर काम करें
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अच्छी नौकरी पाना बड़ी बात नहीं है, उसके साथ अच्छा काम करना जरूरी है. आज देश की एजेंसिया दवाब में हैं जो अच्छी बात नहीं है. यहां कई बार अधिकारियों को दबाव में भी काम करना पड़ता होगा. गहलोत ने कहा कि हमने योजनाएं अच्छी बनाई हैं, लेकिन उसे अच्छे से लागू कराना आपकी ड्यूटी है. सरकार योजनाएं अच्छी बना सकती है लेकिन उनको धरातल पर उतारना अधिकारियों और कर्मचारियों के हाथ में होता है. हर व्यक्ति तक योजनाएं पहुंचे इसके लिए हमें कटिबद्ध होकर काम करने की जरूरत है. गहलोत ने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, अगर वह अपनी जिम्मेदारी के साथ काम करें तो आम जनता की आधी समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी. सीएम गहलोत ने कहा कि में ब्यूरोक्रेसी पर विश्वास करता हूं, इसलिए हमने जो प्रदेश के हित में योजनाएं बनाई हैं उन्हें आप धरातल पर उतारें.

पढ़ें. Law and order review: अपराधों पर अंकुश के लिए पुलिस करे प्रभावी कार्रवाईः सीएम

सीएम गहलोत ने ली चुटकी, बोले- अंग्रेजी कम आती है...
सीएम गहलोत ने अंग्रेजी भाषा को लेकर एक बार फिर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि मैं अंग्रेजी भाषा कम समझता हूं. मेरे से पहले एक्सीलेंस इनेबल प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एम दामोदरन की तरफ से अंग्रेजी भाषण दिया गया. मेरे समझ में नहीं आया, मुझे इंग्लिश कम आती है. इसलिए जब एम दामोदरन बोल रहे थे तो मुझे उषा शर्मा समझा रही थी. फिर गहलोत ने कहा थोड़ी बहुत आती है, इसलिए पीछे बैठा ये ऋषभ लिख कर दे रहा था. गहलोत ने कहा कि मैं जो भाषण दे रहा हूं उसे दामोदरन नहीं समझ पाए. मुख्य सचिव उषा शर्मा से बोल रहा हूं कि इन्हें बताएं कि मेने क्या बोला है. वहीं एक्सीलेंस इनेबल प्राइवेट लिमिटेड चेयरमैन एम दामोदरन ने अपने संबोधन मेें कहा कि टांग खिंचाई करने की मानसिकता गलत है.

इनका हुआ सम्मान: सेवा दिवस पर पहली बार ब्यूरोक्रेसी को एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया. इसमे पाली कलेक्टर नामित मेहता, झालावाड़ कलेक्टर भारती दीक्षित, उदयपुर कलेक्टर ताराचंद मीणा, बाड़मेर कलेक्टर लोकबंधु, आयोजना संयुक्त सचिव सुशील कुलहरि को अवार्ड दिया गया. इस मौके पर अलग-अलग जिलों में हुए अनूठे कार्यक्रमों की डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की गई.

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर ब्लास्ट आरोपियों के उच्च न्यायालय से दोषमुक्त होने के प्रकरण में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि चूरू में रसूखदार लोगों का नाम लेकर पुलिस कांस्टेबल के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि पुलिस प्रशासन का मनोबल बढ़ सके. उन्होंने कहा कि जयपुर में होटल बनाने के लिए गरीब व्यक्ति का उत्पीड़न व उसकी आत्महत्या की घटना अत्यंत दुःखद है . जिला प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए . गरीब व्यक्तियों को प्रभावशाली लोगों के उत्पीड़न से बचाने के लिए जिला अधिकारियों को विशेष रूप से सक्रिय होना चाहिए .

पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सुनिश्चितः गहलोत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. कई विशेषज्ञों ने इस बार गर्मी में तापमान सामान्य से अधिक रहने की बात भी कही है. राज्य सरकार की ओर से गर्मियों में पेयजल एवं बिजली की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर पेयजल स्त्रोतों के विकास के लिए प्रत्येक जिले के लिए 50 लाख रुपए पृथक से प्रावधान किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर इससे भी अधिक राशि उपलब्ध करवाई जाएगी.

सीएम गहलोत की ब्यूरोक्रेसी से अपील

जयपुर. प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच गहलोत सरकार जनकल्याणकारी योजनाओं को ब्यूरोक्रेसी के जरिए धरातल पर उतारने में जुट गई है. यही वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जयपुर में जिला कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक और पुलिस महकमे से जुड़े उच्च अधिकारियों के साथ आवश्यक बैठक की. इस दौरान सीएम गहलोत ने ब्यूरोक्रेसी से आह्वान किया कि सरकार की योजनाएं अच्छी हैं, लेकिन उन्हें धरातल पर उतारने की जिम्मेदारी अफसरों की है.

24 अप्रैल से महंगाई राहत कैंप शुरू हो रहे हैं. ऐसे में सभी अधिकारियों की ये जिम्मेदारी होगी कि हर एक व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे. इसके साथ ही सीएम गहलोत ने सिविल सेवा डे पर जन सेवा के अच्छे काम करने पर 6 अफसरों को सीएम एक्सीलेंस अवार्ड दिए गए.

पढ़ें. विधायकों के फीडबैक के बाद आज कांग्रेस के सभी नेता जयपुर तलब, कैसे हो सरकार रिपीट मुद्दे पर मंथन

योजनाएं अच्छीं, अफसर उसपर काम करें
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अच्छी नौकरी पाना बड़ी बात नहीं है, उसके साथ अच्छा काम करना जरूरी है. आज देश की एजेंसिया दवाब में हैं जो अच्छी बात नहीं है. यहां कई बार अधिकारियों को दबाव में भी काम करना पड़ता होगा. गहलोत ने कहा कि हमने योजनाएं अच्छी बनाई हैं, लेकिन उसे अच्छे से लागू कराना आपकी ड्यूटी है. सरकार योजनाएं अच्छी बना सकती है लेकिन उनको धरातल पर उतारना अधिकारियों और कर्मचारियों के हाथ में होता है. हर व्यक्ति तक योजनाएं पहुंचे इसके लिए हमें कटिबद्ध होकर काम करने की जरूरत है. गहलोत ने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, अगर वह अपनी जिम्मेदारी के साथ काम करें तो आम जनता की आधी समस्या अपने आप ही खत्म हो जाएगी. सीएम गहलोत ने कहा कि में ब्यूरोक्रेसी पर विश्वास करता हूं, इसलिए हमने जो प्रदेश के हित में योजनाएं बनाई हैं उन्हें आप धरातल पर उतारें.

पढ़ें. Law and order review: अपराधों पर अंकुश के लिए पुलिस करे प्रभावी कार्रवाईः सीएम

सीएम गहलोत ने ली चुटकी, बोले- अंग्रेजी कम आती है...
सीएम गहलोत ने अंग्रेजी भाषा को लेकर एक बार फिर चुटकी ली. उन्होंने कहा कि मैं अंग्रेजी भाषा कम समझता हूं. मेरे से पहले एक्सीलेंस इनेबल प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन एम दामोदरन की तरफ से अंग्रेजी भाषण दिया गया. मेरे समझ में नहीं आया, मुझे इंग्लिश कम आती है. इसलिए जब एम दामोदरन बोल रहे थे तो मुझे उषा शर्मा समझा रही थी. फिर गहलोत ने कहा थोड़ी बहुत आती है, इसलिए पीछे बैठा ये ऋषभ लिख कर दे रहा था. गहलोत ने कहा कि मैं जो भाषण दे रहा हूं उसे दामोदरन नहीं समझ पाए. मुख्य सचिव उषा शर्मा से बोल रहा हूं कि इन्हें बताएं कि मेने क्या बोला है. वहीं एक्सीलेंस इनेबल प्राइवेट लिमिटेड चेयरमैन एम दामोदरन ने अपने संबोधन मेें कहा कि टांग खिंचाई करने की मानसिकता गलत है.

इनका हुआ सम्मान: सेवा दिवस पर पहली बार ब्यूरोक्रेसी को एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया. इसमे पाली कलेक्टर नामित मेहता, झालावाड़ कलेक्टर भारती दीक्षित, उदयपुर कलेक्टर ताराचंद मीणा, बाड़मेर कलेक्टर लोकबंधु, आयोजना संयुक्त सचिव सुशील कुलहरि को अवार्ड दिया गया. इस मौके पर अलग-अलग जिलों में हुए अनूठे कार्यक्रमों की डॉक्यूमेंट्री भी प्रदर्शित की गई.

दोषियों के खिलाफ होगी कार्रवाईः मुख्यमंत्री ने कहा कि जयपुर ब्लास्ट आरोपियों के उच्च न्यायालय से दोषमुक्त होने के प्रकरण में लापरवाही बरतने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि चूरू में रसूखदार लोगों का नाम लेकर पुलिस कांस्टेबल के साथ हुई दुर्व्यवहार की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि पुलिस प्रशासन का मनोबल बढ़ सके. उन्होंने कहा कि जयपुर में होटल बनाने के लिए गरीब व्यक्ति का उत्पीड़न व उसकी आत्महत्या की घटना अत्यंत दुःखद है . जिला प्रशासन को इस तरह की घटनाओं पर संज्ञान लेकर त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए . गरीब व्यक्तियों को प्रभावशाली लोगों के उत्पीड़न से बचाने के लिए जिला अधिकारियों को विशेष रूप से सक्रिय होना चाहिए .

पेयजल की सुचारू आपूर्ति हो सुनिश्चितः गहलोत ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. कई विशेषज्ञों ने इस बार गर्मी में तापमान सामान्य से अधिक रहने की बात भी कही है. राज्य सरकार की ओर से गर्मियों में पेयजल एवं बिजली की सुचारू आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर पेयजल स्त्रोतों के विकास के लिए प्रत्येक जिले के लिए 50 लाख रुपए पृथक से प्रावधान किया गया है. आवश्यकता पड़ने पर इससे भी अधिक राशि उपलब्ध करवाई जाएगी.

Last Updated : Apr 21, 2023, 12:11 AM IST
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