जयपुर. पिछले गुजरात चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जिस तरह से कांग्रेस पार्टी को जीत के मुहाने तक खड़ा कर दिया था, उन्हीं अशोक गहलोत को इस बार भी कांग्रेस पार्टी ने गुजरात चुनाव में वरिष्ठ पर्यवेक्षक बनाया है. अब आज से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने उस पुराने अनुभव का फायदा गुजरात कांग्रेस को देने की जद्दोजहद करते दिखेंगे. गहलोत 31 अक्टूबर तक गुजरात दौरे पर रहेंगे. इन 4 दिनों में 6 जनसभा और एक पदयात्रा के जरिए जनता को साधने की कोशिश करेंगे.
ये रहेगा कार्यक्रम: गहलोत आज अपने दौरे के पहले दिन दो जनसभा करने के बाद शाम 4:15 बजे वडोदरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे. तय कार्यक्रमनुसार सुबह वडोदरा पहुंचने के बाद सीएम दोपहर 1:30 बजे गुजरात के गरबाडा पहुंचेंगे और पहली जनसभा को संबोधित करेंगे. गहलोत गरबाड़ा से फतेहपुर पहुंचेंगे ओर दोपहर 2 बजे फतेहपुर के जालौर में जनसभा करेंगे.
फतेहपुर के जालौर में जनसभा कर गहलोत बड़ोदरा पहुंचेंगे ,जहां वह शाम 4:15 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. वडोदरा से गहलोत सूरत चले जाएंगे और रात्रि विश्राम सूरत में ही करेंगे. शनिवार 29 अक्टूबर को गहलोत सूरत से नवसारी जाएंगे. जहां उनकी सुबह 10.30 पर जनसभा रखी गई है, 29 अक्टूबर को गहलोत सूरत से राजस्थान के उदयपुर पहुंचेंगे. यहां वो नाथद्वारा जाकर शाम 4 बजे " विश्वास स्वरूपम" शिव प्रतिमा का अनावरण करेंगे.
29 की रात गहलोत वापस अहमदाबाद पहुंच जाएंगे. रविवार 30 अक्टूबर को गहलोत बनासकांठा के वीरमपुर में 11 बजे पब्लिक मीटिंग करेंगे. वहां से गहलोत 1 बजे खेरब्रह्मा के साबरकांठा में फिर 2.30 बजे भीलोड में पब्लिक मीटिंग करेंगे. 30 अक्टूबर को ही सिरोही के माउंट आबू पहुंचेंगे और रात्रि विश्राम यहीं करेंगे. 31 अक्टूबर को गहलोत बनासकांठा गुजरात में भारत जोड़ो पदयात्रा में शामिल होंगे, 31 अक्टूबर को 1:30 बजे गहलोत वापस जयपुर लौट आएंगे. आपको बता दें कि बड़ोदरा जाने से पहले स्टेट हैंगर पर सीएम ने नवनियुक्त डीजीपी उमेश मिश्रा से भी मुलाकात की.
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मैजिक क्रियेट कर पाएंगे गहलोत !: राजस्थान ने बीते सितम्बर कांग्रेस में मचे घमासान को देखा है. माकन के राजस्थान प्रभारी पद से इस्तीफे के बाद गहलोत खेमा राहत की सांस ले रहा है. कयासबाजियों और अटकलबाजियों पर फिलहाल विराम लगता दिख रहा है. ऐसे में सूत्रों के मुताबिक राजनीति के जादूगर पॉजिटिव एटीट्युड के साथ ये दौरा करेंगे. जो इससे मैसेज निकलेगा उस पर भी यकीनन मुख्य विपक्षी दल भाजपा की नजर होगी. भारत जोड़ो पदयात्रा के जरिए शायद वो पिछली बार का मौजिक क्रियेट करने की कोशिश करें.
मैजिक ही था कि कांग्रेस ने गुजरात में बढ़िया प्रदर्शन किया था. गहलोत ने पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी के साथ गुजरात में चुनावी दौरे किए थे. आदिवासियों नेताओं तक पहुंच भी बनाई थी. भले कांग्रेस की हार हुई, लेकिन PM मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य में कांग्रेस की परफॉर्मेंस भाजपा को चुभ गई. कुल 182 में से 99 सीटों पर BJP, 80 सीटों पर कांग्रेस, 3 सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की थी.