जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाले भजनलाल शर्मा को आज 15 दिन हो गए हैं. इस बीच मंत्रिमंडल गठन नहीं होने के चलते भले ही विपक्ष सवाल उठा रहा है, लेकिन शपथ ग्रहण के बाद इन 15 दिनों में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का एक्शन ग्राउंड पर दिखाई दे रहा है. प्रदेश की कानून-व्यवस्था दुरुस्त करने की बात हो या संगठित माफिया के खिलाफ कार्रवाई की. मुख्यमंत्री ने हालात को काबू करने में तेजी दिखाई है. सीएम भजनलाल के पेपर लीक की घटनाओं को रोकने की दिशा में उठाए गए कदम भी खूब चर्चा में हैं.
महिला सुरक्षा भी भजनलाल सरकार की प्राथमिकता में है. प्रदेश में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए पुलिस ने तीन दिन का खास अभियान चलाया है, जिसके तहत दो दिन में 6,568 बदमाशों को पुलिस ने हवालात पहुंचाया है. संगठित माफिया पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की पहल पर गठित एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स भी एक्शन में हैं और पहली कार्रवाई करते हुए पांच साल से फरार 50 हजार रुपए के इनामी गैंगस्टर दिग्विजय को दबोच लिया गया है. इसी तरह अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का संदेश देने के लिए बुलडोजर चलाने की कार्रवाई भी सामने आई है. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के शूटर रोहित राठौड़ के खातीपुरा स्थित घर पर बुलडोजर चलाकर सरकार ने अपराधियों को भी सख्त संदेश दे दिया है.
पढ़ें: पेपर लीक पर भजनलाल सरकार का फैसला, दोषियों के खिलाफ केस ऑफिसर स्कीम के तहत होगा ट्रायल
बदमाशों के हौसले पस्त करने के लिए तीन दिन का अभियान: राजस्थान में अपराधियों के हौसले पस्त करने और उनके ईको सिस्टम को ध्वस्त करने के लिए राजस्थान पुलिस ने एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के नेतृत्व में 27 दिसंबर को एरिया डोमिनेंस अभियान शुरू किया है. इसके तहत दो दिन में प्रदेशभर में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 6,568 बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है. इस अभियान के तहत 27 दिसंबर को पहले दिन 2,872 बदमाशों को हवालात पहुंचाया गया, जबकि 28 दिसंबर को 3,696 बदमाशों को सलाखों के पीछे पहुंचाया गया. यह अभियान शुक्रवार को भी चलाया जा रहा है. अभियान के तहत हजारों पुलिस कर्मियों की टीमों ने एक साथ बदमाशों के दस हजार से ज्यादा ठिकानों पर दबिश दी.
सरकार बनने के बाद बुलडोजर चलाने की पहली कार्रवाई: राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने के बाद अपराधियों को सख्त संदेश देने के लिए सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड के शूटर रोहित राठौड़ के जयपुर स्थित घर पर बुलडोजर चलाया गया. दरअसल, नागौर जिले के जूसरी गांव के रहने वाले रोहित राठौड़ का जयपुर के खातीपुरा इलाके के सुंदर नगर में घर है. जहां 28 दिसंबर को बुलडोजर चलाया गया. प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद इस तरह की यह पहली कार्रवाई है और माना जा रहा है कि यह बदमाशों और अपराधियों के लिए सख्त संदेश है कि या तो अपराध का रास्ता छोड़ दो या फिर भुगतने के किए तैयार रहो.
एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का एक्शन शुरू: शपथ लेने के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश में संगठित माफिया और अपराध पर अंकुश लगाने के लिए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स के गठन को मंजूरी दी थी. इस पर पुलिस मुख्यालय की ओर से एडीजी (क्राइम) दिनेश एमएन के नेतृत्व में एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स का गठन किया गया. इस टास्क फोर्स ने 28 दिसंबर को पहली बड़ी कार्रवाई करते हुए पांच साल से फरार कुख्यात बदमाश दिग्विजय सिंह उर्फ बिट्टू को जयपुर में दबोचा. दिग्विजय कोटा का हिस्ट्रीशीटर है और डबल मर्डर के एक मामले में पांच साल से फरार चल रहा था. उस पर 50 हजार रुपए का इनाम भी था.
पेपर लीक: केस ऑफिसर स्कीम में होगा ट्रायल: इस बार विधानसभा चुनाव में कानून व्यवस्था के साथ ही पेपर लीक एक बड़ा मुद्दा था. भजनलाल शर्मा ने आते ही इसके के खिलाफ एक्शन शुरू कर दिया. पेपर लीक मामलों की जांच को लेकर सीएम भजनलाल शर्मा ने एसआईटी का गठन करने को मंजूरी दी तो पुलिस मुख्यालय ने एडीजी वीके सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है. अब पेपर लीक को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बड़ी घोषणा की है. उन्होंने कहा है कि पेपर लीक व नकल के मामलों में दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होगी. अब भर्ती परीक्षा की मॉनिटरिंग मुख्य सचिव और डीजीपी स्तर से होगी, जबकि पेपर लीक और नकल के दोषियों के खिलाफ केस ऑफिसर स्कीम के तहत ट्रायल होगा. संदिग्ध परीक्षा केंद्रों व कोचिंग संस्थानों की विशेष निगरानी होगी. हेल्पलाइन नम्बर 9530428258 पर परीक्षा में गड़बड़ी संबंधी शिकायत दी जा सकेगी.
महिला सुरक्षा, पेपर लीक और कानून-व्यवस्था बड़े मुद्दे: विधानसभा चुनाव में प्रदेश की कानून-व्यवस्था, महिलाओं के खिलाफ अपराध और पेपर लीक बड़े मुद्दे छाए रहे. इन्हीं तीन मुद्दों को लेकर तत्कालीन गहलोत सरकार पर भाजपा लगातार हमलावर रही है. स्थानीय नेताओं से लेकर पीएम नरेंद्र मोदी तक ने चुनावी सभाओं में इन मुद्दों को जोरदार तरीके से उठाया था. अब सत्ता में आने के बाद भाजपा सरकार इन मुद्दों पर प्राथमिकता से काम कर रही है.