जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को लंपी रोग से ग्रसित गायों को खो चुके पशुपालकों में से प्रभावित 41933 लाभार्थियों के अकाउंट में 175 करोड़ 72 लाख रुपए डायरेक्ट बेनेफिशरी ट्रांसफर के तहत सीधे खातों में ट्रांसफर किए. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने डीबीटी के जरिए प्रत्येक लाभार्थी के खाते में 40000 रुपए ट्रांसफर कर केंद्र सरकार से भी देश की जनता को सामाजिक सुरक्षा देने का आह्वान किया.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री सामाजिक सुरक्षा की गारंटी दे रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए महंगाई राहत कैंपों में 7 करोड़ कार्ड बन चुके हैं, जिससे 1 करोड़ 55 लाख परिवार जुड़ चुके हैं. केवल 30 में 35 लाख परिवार ही बाकी हैं. उन्होंने कहा कि चाहे स्वास्थ्य का अधिकार योजना हो या अन्य सामाजिक सुरक्षा की योजनाएं आज नहीं तो कल देश और अन्य राज्यों को यह सामाजिक सुरक्षा अपने नागरिकों को देनी होगी.
50 जिले बनने से मिलेगा प्रशासनिक लाभ : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 19 नए जिले बनने से प्रशासनिक दृष्टिकोण से हर तबके को लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद इतना बड़ा काम पहली बार हुआ है कि 33 जिलों से बढ़कर प्रदेश में 50 जिले बनाने की घोषणा की गई. जब 50 जिले बन जाएंगे तो हम सब मिलकर राजस्थान को नंबर 1 राज्यों की श्रेणी में पहुंचाने के लिए आने वाली पीढ़ियों को सौंपेंगे. गहलोत ने कहा कि नए जिले जल्दी ही अस्तित्व में आएंगे.
बच्चियां बोलती हैं फर्राटेदार अंग्रेजी : कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान में खोले गए महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि राजस्थान के लोगों ने जिस तरह से अंग्रेजी स्कूलों में बच्चों को भेजना शुरू किया है, इससे साफ हो गया है कि राजस्थान की जनता अब अपने बच्चों को अंग्रेजी पढ़ाना चाहती है. अगर और स्कूल भी हमें खोलने पड़े तो हम इससे पीछे नहीं हटेंगे. गहलोत ने कहा कि एक समय था जब मैं खुद अंग्रेजी के खिलाफ होने वाले आंदोलनों में शामिल होता था, लेकिन अब मुझे पता चला है कि अंग्रेजी अंतरराष्ट्रीय भाषा है और यह हमारे बच्चों के लिए कितनी आवश्यक है. गहलोत ने कहा कि जब मैं किसी महंगाई राहत कैंप में जाता हूं तो हमारी बच्चियां फर्राटेदार अंग्रेजी बोलती हैं.
अलवर में रुपए आते ही किसानों के खिले चेहरेः अलवर जिले के पशुपालकों के लिए शुक्रवार का दिन खास रहा. अचानक 1438 पशुपालकों के खाते में 6.11 करोड रुपए जमा हुए. एक साथ सभी पशुपालकों की मोबाइल की घंटी बजी व बैंक अकाउंट में पैसे देखकर किसानों के चेहरे खिल गए. प्रदेश भर के हजारों पशुपालकों के बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर हुए हैं.
अलवर में लंपी बीमारी के दौरान बड़ी संख्या में पशुओं की मौत हुई थी. ऐसे में प्रशासन की तरफ से बीमारी से मरे पशुओं का सर्वे करवाया गया था. इस दौरान 1483 पशुपालकों के 1528 दुधारू पशुओं की मौत के मामले सामने आए थे. इसके बाद प्रत्येक पशु के 40 हजार रुपए के हिसाब से 6 करोड़ 11 लाख 20 हजार रुपए की सहायता राशि सरकार की तरफ से पशुपालकों को दी गई है. मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि प्रदेशभर के 43 हजार 949 पशुपालकों को 175.8 करोड रुपए की सहायता राशि 1 दिन में दी गई है. प्रत्येक पशु के 40 हजार रुपए के हिसाब से सरकार की तरफ से सहायता उपलब्ध कराई गई है.