जयपुर. राजधानी के मानसरोवर थाना इलाके में एसीबी अधिकारी बनकर एक रिटायर्ड एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज के घर में घुसे चार हथियारबंद बदमाशों ने सभी को बंधक बना नकदी, लैपटॉप, मोबाइल और आर्टिफिशियल ज्वेलरी लूटने की वारदात को अंजाम दिया है. रिटायर्ड जज की पत्नी सुलेखा शर्मा वारदात के दौरान घर के बाहर टहल रही थी और जैसे ही वह घर पर पहुंची तो परिवार के सभी सदस्य बंधक बने हुए मिले. इसके बाद सुलेखा ने पड़ोसियों की मदद से बंधक बने पूरे परिवार को आजाद करवाया और पुलिस को वारदात की सूचना दी. वारदात स्थल से थाने की दूरी 1 किलोमीटर होने के बावजूद भी पुलिस ने वारदात स्थल पर पहुंचने में पौन घंटा लगा दिया. इसके चलते स्थानीय निवासियों में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है.
रिटायर्ड कर्नल की जगह रिटायर्ड एडीजे के मकान में घुसे
मानसरोवर थानाधिकारी दिलीप सोनी ने बताया कि घटना शुक्रवार रात करीब 9 बजे की है. डकैती की वारदात को (Robbery in Retired ADJ House in Jaipur) अंजाम देने आए बदमाश कॉलोनी में रहने वाले रिटायर्ड कर्नल के मकान में वारदात को अंजाम देने वाले थे. लेकिन वह रिटायर्ड कर्नल के मकान के बजाय एक मकान पहले रिटायर्ड एडीजे के मकान में घुस गए. जहां बदमाशों ने सबसे पहले खुद को एसीबी अधिकारी बताया और मकान में रिटायर्ड कर्नल को ढूंढते हुए घुस गए.
रिटायर्ड एडीजे ने बताया कि वह पास के मकान में रहते हैं जिस पर बदमाशों ने रिटायर्ड एडीजे और उनके बेटे को (robbery in Jaipur by taking family hostage) गन प्वाइंट पर ले लिया. इसके साथ ही बेटे के साथ मारपीट भी की. इसके बाद बदमाशों ने मकान में मौजूद अलमारियों की चाबी मांगी. बदमाशों के हाथ आर्टिफिशियल ज्वेलरी सहित जो भी वस्तुएं आईं, उन्होंने उसे अपने बैग में भर लिया. जिन अलमारियों की चाबी नहीं मिली उनके लॉक तोड़ दिए. तकरीबन आधे घंटे तक पीड़ित के घर के अंदर मौजूद रहे और घर के एक-एक कमरे को खंगालने के बाद सामान बटोर कर फरार हो गए.
घर लौटी पत्नी तब पता चली वारदात : रिटायर्ड एडीजे की पत्नी सुलेखा शर्मा पास में गई हुई थी. जब वह घर पहुंची तो अपने पति व बेटे को बंधक बना देखा. पड़ोस में रहने वाली डॉ. यशवंती ने बताया कि सुलेखा ने घर जाते ही उन्हें व कॉलोनी में रहने वाले अन्य लोगों को फोन कर वारदात की सूचना दी. जिसके बाद सभी उनके घर पहुंचे. पूरे घर का सामान अस्त-व्यस्त पड़ा था. वारदात की सूचना पर पहुंची पुलिस ने डॉग स्क्वायड, एफएसएल टीम और फिंगरप्रिंट टीम को घटनास्थल पर बुलाया. पुलिस ने मौके से कई साक्ष्य जुटाए हैं. बदमाशों का एक फुटेज भी पुलिस के हाथ लगा है, जिसके आधार पर उनकी तलाश की जा रही है.