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जयपुर को स्वच्छ व सुंदर बनाने की मुहिम, जल महल और हवा महल पर लगी प्लॉस्टिक बोतल क्रशिंग मशीन - जल महल हवा महल पर लगी प्लॉस्टिक बोतल क्रशिंग मशीन

राजस्थान की राजधानी एवं पिंकसिटी जयपुर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिम चल रही है. इसी के तहत अब पर्यटन क्षेत्र में प्लॉस्टिक की बोतलों को नष्ट करने के लिए मंगलवार को दो क्रशिंग मशीन लगाई गईं हैं.

Campaign to make Jaipur clean and beautiful
जल महल और हवा महल पर लगी प्लॉस्टिक बोतल क्रशिंग मशीन
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Published : Mar 21, 2023, 8:38 PM IST

जयपुर. प्लॉस्टिक मानव शरीर और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक है. इसके मद्देनजर जयपुर के दोनों निगम-प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर प्लॉस्टिक के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है. इस क्रम में अब सॉफ्ट ड्रिंक और पानी की प्लॉस्टिक की बोतलों को इस्तेमाल करने के बाद उन्हें क्रश (नष्ट) करने के लिए हेरिटेज निगम क्षेत्र में दो मशीन इंस्टॉल की गई हैं. राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थल हवा महल और जल महल के बाहर प्लॉस्टिक बोतल क्रशिंग मशीन लगाई गई है. इन मशीनों के जरिए हर दिन तकरीबन एक हजार प्लॉस्टिक की बोतलों को क्रश किया जा सकेगा. बोतलों को नष्ट होने के बाद प्राप्त प्लॉस्टिक मटेरियल को रीसाइकिल कर उत्पाद भी बनाए जा सकेंगे.

जयपुर में पहुंचते हैं हजारों संख्या में पर्यटकः जयपुर शहर प्रमुख पर्यटन केंद्रों में से एक है. यहां हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. इन्हीं पर्यटकों और शहर वासियों की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली पानी, कोल्ड ड्रिंक की बोतलों को शहर भर में यहां वहां पड़ा देखा जा सकता है. इन्हें निस्तारित करने का रास्ता निकालते हुए प्रोजेक्ट के तहत हवा महल और जल महल पर्यटन स्थलों पर बोतल क्रशिंग मशीन लगाई गई है. हेरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने मंगलवार को इन मशीनों का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आजकल प्लॉस्टिक की बोतल में पानी लेकर चलना पर्यटकों के साथ-साथ शहरवासियों की आदत में शुमार है.पानी खत्म होते ही लोग इन बोतलों को कहीं भी फेंक देते हैं. जिससे कचरा फैलता है.

ये भी पढ़ेंः जयपुर में सफाई व्यवस्था : अब कचरे की मात्रा पर नहीं, हूपर के मूवमेंट पर किया जाएगा भुगतान

शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिमः उन्होंने आगे कहा कि इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिम चलाई जा रही है. इसे देखते हुए देश के एक स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) ने सीएसआर के तहत 2 प्लॉस्टिक बोतल क्रशिगं मशीनें हेरिटेज नगर निगम को भेंट की गईं हैं. इन मशीनों को हवा महल और जल महल के बाहर लगवाया गया है ताकि यहां पहुंचने वाले नागरिक और पर्यटक प्लॉस्टिक की बोतलें इसमें डालकर उन्हें नष्ट कर सकें. इस दौरान कंवर नगर स्थित सरकारी कॉलेज के एनएसएस छात्र भी मौजूद रहे. जिन्होंने स्वच्छता का संकल्प लेते हुए हवा महल की सफाई भी की. आपको बता दें कि इन मशीनों की लागत 5 लाख रुपए प्रति मशीन है. इससे प्रतिदिन लगभग 500-500 बोतलें क्रश की जा सकेंगी. क्रश की गई बोतलों के प्लॉस्टिक मटेरियल को सड़क बनाने, घरेलू और कार्यालय उपयोग के लिए आकर्षक फर्नीचर और अन्य सामान बनाने में उपयोग में लिया जाएगा.

जयपुर. प्लॉस्टिक मानव शरीर और पर्यावरण दोनों के लिए हानिकारक है. इसके मद्देनजर जयपुर के दोनों निगम-प्रशासन की ओर से युद्ध स्तर पर प्लॉस्टिक के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है. इस क्रम में अब सॉफ्ट ड्रिंक और पानी की प्लॉस्टिक की बोतलों को इस्तेमाल करने के बाद उन्हें क्रश (नष्ट) करने के लिए हेरिटेज निगम क्षेत्र में दो मशीन इंस्टॉल की गई हैं. राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थल हवा महल और जल महल के बाहर प्लॉस्टिक बोतल क्रशिंग मशीन लगाई गई है. इन मशीनों के जरिए हर दिन तकरीबन एक हजार प्लॉस्टिक की बोतलों को क्रश किया जा सकेगा. बोतलों को नष्ट होने के बाद प्राप्त प्लॉस्टिक मटेरियल को रीसाइकिल कर उत्पाद भी बनाए जा सकेंगे.

जयपुर में पहुंचते हैं हजारों संख्या में पर्यटकः जयपुर शहर प्रमुख पर्यटन केंद्रों में से एक है. यहां हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. इन्हीं पर्यटकों और शहर वासियों की ओर से इस्तेमाल की जाने वाली पानी, कोल्ड ड्रिंक की बोतलों को शहर भर में यहां वहां पड़ा देखा जा सकता है. इन्हें निस्तारित करने का रास्ता निकालते हुए प्रोजेक्ट के तहत हवा महल और जल महल पर्यटन स्थलों पर बोतल क्रशिंग मशीन लगाई गई है. हेरिटेज निगम महापौर मुनेश गुर्जर ने मंगलवार को इन मशीनों का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आजकल प्लॉस्टिक की बोतल में पानी लेकर चलना पर्यटकों के साथ-साथ शहरवासियों की आदत में शुमार है.पानी खत्म होते ही लोग इन बोतलों को कहीं भी फेंक देते हैं. जिससे कचरा फैलता है.

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शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिमः उन्होंने आगे कहा कि इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने की मुहिम चलाई जा रही है. इसे देखते हुए देश के एक स्वयंसेवी संगठन (एनजीओ) ने सीएसआर के तहत 2 प्लॉस्टिक बोतल क्रशिगं मशीनें हेरिटेज नगर निगम को भेंट की गईं हैं. इन मशीनों को हवा महल और जल महल के बाहर लगवाया गया है ताकि यहां पहुंचने वाले नागरिक और पर्यटक प्लॉस्टिक की बोतलें इसमें डालकर उन्हें नष्ट कर सकें. इस दौरान कंवर नगर स्थित सरकारी कॉलेज के एनएसएस छात्र भी मौजूद रहे. जिन्होंने स्वच्छता का संकल्प लेते हुए हवा महल की सफाई भी की. आपको बता दें कि इन मशीनों की लागत 5 लाख रुपए प्रति मशीन है. इससे प्रतिदिन लगभग 500-500 बोतलें क्रश की जा सकेंगी. क्रश की गई बोतलों के प्लॉस्टिक मटेरियल को सड़क बनाने, घरेलू और कार्यालय उपयोग के लिए आकर्षक फर्नीचर और अन्य सामान बनाने में उपयोग में लिया जाएगा.

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