जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने कार्यालय में शनिवार को युवाओं और महिलाओं से बजट को लेकर सुझाव लिए और कहा कि सरकार उनके सुझाव पर पूरी गंभीरता के साथ विचार कर उचित कदम उठाएगी. बैठक में भारतीय महिला फेडरेशन की तरफ से गई निशा सिद्धू ने बैठक में अपने सुझाव देते हुए कहा कि देश के दूसरे राज्यों में प्रेम विवाह युगल दंपत्ति के लिए संरक्षण गृह की व्यवस्था है, लेकिन राजस्थान में नहीं है.
जिसके चलते उन्हें आत्महत्या करना पड़ रही है. वहीं ब्लॉक स्तर पर कार्यालय में महिला अधिकारी होने चाहिए. ट्रॉमा सेंटर हिंसा से पीड़ित महिलाओं के लिए संभागीय स्तर पर राहत प्रदान करने के लिए काम किया जाए. वहीं कामकाजी महिला छात्रावास जिला स्तर पर बने. महिला सुरक्षा हेतु सलाह केंद्रीय बने . उन्होंने कहा मुख्यमंत्री ने सभी डिमांड्स को सुना है वहीं आश्वस्त किया है कि इस बजट में वह इनकी काफी हद तक की गई डिमांड को शामिल करेंगे.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मौके पर स्टार्टअप के माध्यम से युवाओं अधिक जोड़ा जा सकता है. राज्य सरकार दिशा में स्टार्टअप प्रोफेशनल को बढ़ावा देने पर विचार रखती है. बैठक में उर्जा मंत्री बीडी कल्ला, उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी, महिला बाल विकास मंत्री ममता भूपेश, खेल युवा मामलात मंत्री अशोक चांदना सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे.