जयपुर. प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में अब बीजेपी पूरी तरीके से चुनावी मोड में आ गई है. राजस्थान दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सिरोही जिले के आबूरोड से चुनावी शंखनाद कर दिया है. यहां पीएम मोदी न केवल कांग्रेस पर बरसे बल्कि आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाने का आह्वान भी किया. पीएम के दौरे से उदयपुर, राजसमंद, पाली, जालोर और सिरोही जिलों में बीजेपी के सियासी तौर पर मजबूत होने की उम्मीद है.
दक्षिण राजस्थान के गढ़ को किया मजबूत : दक्षिण राजस्थान बीजेपी का गढ़ रहा है. गुजरात से सटे हुए इस आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में बीजेपी हमेशा से ही मजबूत है, लेकिन 2023 के चुनाव में भी बीजेपी इस क्षेत्र को और मजबूत करना चाहती है. यही वजह है कि बीजेपी ने मिशन 2023 के चुनाव का शंखनाद दक्षिणी राजस्थान से किया है. पीएम मोदी ने एक दिन में दो संभागों का दौरा कर अप्रत्यक्ष रूप से 61 विधानसभा सीटों को साधने की कोशिश की है. इसमें पांच जिलों के 26 सीटों को प्रत्यक्ष रूप से साधा गया है. सिरोही, पाली, जालोर, उदयपुर और राजसमंद जिले में कुल 26 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से फिलहाल 19 सीटों पर बीजेपी के विधायक हैं. इसके अलावा दक्षिण राजस्थान के ही तीन आदिवासी जिले बांसवाड़ा, डूंगरपुर और प्रतापगढ़ हैं, जहां कुल 11 सीटें में से बीजेपी के खाते में फिलहाल 3 सीटें ही हैं.
विकास कार्यों के जरिए दी सौगात : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेशवासियों को 5500 करोड़ की परियोजनाओं की सौगात दी है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले इन परियोजनाओं की सौगात के जरिए पीएम मोदी ने दक्षिणी राजस्थान की आम आवाम के दिलों में न केवल जगह बनाई, बल्कि इससे ये संदेश दिया कि अगर प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनती है तो विकास को गति मिलेगी.
पीएम मोदी ने राजसमंद और उदयपुर में दो लेन के सड़क निर्माण परियोजना की नींव रखी. साथ ही उदयपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी. वहीं, लम्बे समय से चली आ रही राजसमंद जिले में नाथद्वारा से शहर तक एक नई रेल लाइन की मांग को पूरा करते हुए इसकी भी आधारशिला भी रखी. इसके अलावा पीएम मोदी 3 नेशनल हाईवे परियोजनाओं का उद्घाटन किया, जिसमें NH-48 के 114 किलोमीटर लंबे छह लेन वाले सड़क, उदयपुर से शामलाजी खंड NH-25 के बार-बिलाड़ा-जोधपुर खंड में 110 किलोमीटर लंबे चौड़ीकरण और NH-58E की 47 किलोमीटर लंबी दो लेन की परियोजनाएं शामिल हैं.
कांग्रेस सरकार पर बरसे : प्रदेश में चुनावी माहौल को देखते हुए पीएम मोदी ने अपने भाषण को प्रदेश की गहलोत सरकार पर केंद्रित रखा. पीएम मोदी ने पहले प्रदेश में चल रही कुर्सी की खींचतान को लेकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की स्वार्थ की राजनीति का नुकसान प्रदेश की जनता को उठाना पड़ रहा है. यहां जनता के हित के बजाय कुर्सी लूटने और बचाने का खेल चल रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि यह कैसी सरकार है जहां मुख्यमंत्री को अपने ही विधायकों पर और विधायकों को अपने मुख्यमंत्री पर भी भरोसा नहीं है.
पीएम मोदी ने कहा कि इस सरकार में एक-दूसरे को अपमानित करने की होड़ चल रही है. जनता की परेशानी की किसी को कोई परवाह नहीं है. सीएम की कुर्सी पूरे 5 साल तक संकट में ही रही है, ऐसे में राजस्थान की विकास की किसे परवाह होगी. कांग्रेस शासन में राजस्थान में कानून और व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जयपुर बम ब्लास्ट के आरोपियों को हाईकोर्ट से मिली राहत पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार की कमजोर पैरवी की वजह से आरोपियों को राहत मिली है. पीएम ने मंच से कहा कि आगामी चुनाव सामने है, इस वोट बैंक बनाने वाली कांग्रेस को सत्ता के बाहर का रास्ता दिखाना है.
ये है सियासी गणित : पीएम नरेंद्र मोदी का पहला कार्यक्रम राजसमंद जिले के में नाथद्वारा में रखा गया, जहां विधानसभा सीट कांग्रेस के खाते में हैं. राजसमंद जिले में पीएम मोदी की सभा के जरिए बीजेपी ने उदयपुर संभाग की सभी सीटों को साधने की कोशिश की. राजसमंद की बात करें तो यहां जिला मुख्यालय राजसमंद और पड़ोसी कुंभलगढ़ सीट पर बीजेपी का कब्जा है, जबकि नाथद्वारा और भीम की सीटें कांग्रेस के खाते में हैं. दूसरी सभा सिरोही जिले में की गई जहां 3 में से 2 सीटें भाजपा के पास हैं. सिरोही के साथ पाली और जालोर को भी साधा गया. पाली जिले की 6 सीटों में से 5 बीजेपी के पास हैं. जालोर की 5 सीटों में से 4 पर बीजेपी का कब्जा है.