जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक बार फिर 3 साल पहले आए कांग्रेस की सियासी संकट पर अपने ही विधायकों को आड़े हाथ लिया. गहलोत ने अपने विधायकों को नसीहत दी कि वो भाजपा से लिए करोड़ों रुपए उन्हें वापस लौटा दें, ताकि वो उन पर दबाव बनाना बंद करें. वहीं, सीएम के इस बयान पर भाजपा की ओर से पलटवार किया गया. भाजपा के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दो साल से इस तरह की डफली बजा रहे हैं, लेकिन अगर उनके आरोपों में सच्चाई है तो उन्हें कार्रवाई करनी चाहिए. वर्तमान में राज्य में उन्हीं की सरकार और पुलिस है. इतना ही नहीं सीएम के पास जांच एजेंसियां भी हैं. ऐसे में उन्हें जनता को गुमराह करने की बजाय कार्रवाई करनी चाहिए.
डफली बजाना बंद करें सीएम - लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पिछले 2 साल से डफली लेकर घूम रहे हैं. साथ ही पूरे प्रदेश में इस तरह की घोषणा कर रहे हैं कि उनके विधायकों के पास भाजपा के दिए करोड़ों रुपए हैं. लेकिन उन्हें ऐसा करने की बजाय उक्त मामले की जांच करानी चाहिए. हम उनकी इस सोच से हैरान हैं, क्योंकि उनके पास पुलिस से लेकर एसीबी और जांच एजेंसियां तक हैं. बावजूद इसके वो कार्रवाई कराने की जगह सियासी मंचों से ऐसे बयान देकर जनता को बरगलाने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि उन्हें आगामी विधानसभा चुनाव में इसका फायदा मिल सके. लेकिन ऐसा इसलिए नहीं होगा, क्योंकि जनता सब समझ रही है. इतना ही नहीं आगे उन्होंने सीएम की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को बेबुनियाद करार देते हुए कहा कि गहलोत झूठे आरोपों के जरिए जनता को गुमराह करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं.
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पायलट समर्थक विधायकों पर निशाना - दरअसल, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को धौलपुर के दौरे पर रहे, जहां सीएम ने महंगाई रात कैंप का निरीक्षण किया. साथ ही आयोजित सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर अपनी बातों को दोहराया और अपने विकास कार्यों का जिक्र किया. इस दौरान सीएम गहलोत ने कांग्रेस के पायलट समर्थित कुछ विधायकों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मिलकर सरकार गिराने की कोशिश की गई थी. इसके लिए पार्टी के कुछ विधायकों को 10 से 20 करोड़ रुपए मिले थे.
भाजपा के इन नेताओं पर लगाए गंभीर आरोप - वहीं, गहलोत ने विधायकों को नसीहत दी कि वो भाजपा नेताओं से लिए पैसे उन्हें वापस लौटा दें. अगर उनमें से उन्होंने कुछ पैसे खर्च भी कर दिए हैं तो उन्हें बताएं वो कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष से बात करके उस कमी को पूरा करेंगे. गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान के साथ ही केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर सरकार गिराने का आरोप लगाया.
बिकाऊ विधायकों केस दर्ज करने में देरी क्यों ?: नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से पूछा है कि देश के गृहमंत्री अमित शाह को आरोपित करने की तोहमत उठाई है तो कृपया यह भी बता ही दें कि सरकार भी आपकी, पुलिस पर नियंत्रण भी आपका, गृहमंत्री भी आप, आपकी नजरों में आये बिकाऊ विधायकों की सर्वाधिक जानकारी भी आपको, तो फिर देरी किस बात की? दो वर्ष गुजर जाने के बाद भी सूची जारी क्यों नहीं कर रहे ?. राठौड़ ने कहा कि किन विधायकों को कितने करोड़ मिले और कितने खर्च हुए, इनका ब्यौरा भी आप लिए बैठे हैं , तो फिर तथाकथित बिकाऊ विधायकों के विरुद्ध पुलिस केस दर्ज करने में देरी क्यों ?.
मजबूरवश आई भीड़ के सामने राजनीतिक प्रलापः राठौड़ ने कहा कि तत्कालीन मुख्य सचेतक जोशी की ओर से फोन टैपिंग प्रकरण में एसीबी और एसओजी दर्ज कराई गई FIR नंबर 47,48,49, 129 में एफआर भी गहलोत के निर्देश पर लगी और अब आरोप भी आप लगा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो विधायक आपकी नजरों में धोखेबाज थे वो आज मंत्रिमंडल में विराजमान है . राठौड़ ने कहा कि सरकारी धन पर लगाए जा रहे मंहगाई राहत कैंपों में पूर्व में रजिस्टर्ड लाभार्थी के बाद पुनः रजिस्ट्रेशन के लिए मजबूरवश आई भीड़ के सामने इस प्रकार का प्रलाप कोई राजनीतिक लाभ नहीं देगा.