जयपुर. प्रदेश में बढ़ते महिला दुष्कर्म के मामले पर गहलोत सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने सदन में अपनी सरकार को घेरा. गुढ़ा के इस बयान को आधार बना बीजेपी के बड़े नेताओं ने गहलोत सरकार की घेराबंदी कर दी है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा कि किसी ने तो इस सरकार में सच बोलने का साहस दिखाया है. उनके इस साहस का स्वागत करना चाहिए. प्रदेश में आज बहन-बेटियां घर बाहर निकलने से डर रही हैं. यहां काननू-व्यवस्था नाम कुछ है भी या नही?
महिलाओं के लिए अत्यंत असुरक्षित राज्य राजस्थान: प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी ने कहा जो हालात आज राजस्थान में है. वह किसी से छुपे हुए नहीं है. बहन-बेटियों को घर से बाहर निकलने में डर लग रहा है. देश में अगर अत्यंत असुरक्षित राज्य कोई है, तो राजस्थान हैं. जोशी ने कहा कि कानून व्यवस्था पूरी तरीके से खराब हो चुकी है, पुलिस स्टेशन में भी पीड़ित महिलाओं के साथ दुष्कर्म होता है, स्कूल में बच्चियों के साथ दुष्कर्म जैसी दरिंदगी घटना टित होती है, घर से महिलाओं को अगवा करके उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है और फिर उन्हें मौत के घाट उतार दिया जाता है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में लोगों को जिंदा जला दिया जाता है. यह सब घटनाएं साफ दर्शाती हैं कि राजस्थान की कानून-व्यवस्था पूरी तरीके से चरमराई हुई है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान फेल स्टेट बन गया है, कैपिटल ऑफ रेप बन गया है.
प्रदेश के हालात उनके सहयोगी स्वीकार रहे हैंः बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि राजस्थान में हर दिन होती अपराधिक घटनाएं यह बताने के लिए काफी हैं कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था का इकबाल खत्म हो चुका है. आय दिन जोती लूट, डकैती, अपहरण, हत्या, बलात्कार जैसी घटनाओं से राजस्थान शर्मसार हो रहा है. अब तो मुख्यमंत्री का गृह जिला भी इन घटनाओं से अछूता नहीं है. वहां पर भी कॉलेज में नाबालिग बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया जाता है.
उन्होंने कहा कि 7 साल की मासूम बच्ची के साथ स्कूल में दरिंदगी की जाती है और जिस तरह से 4 लोगों को जिंदा जलाया. उसके बाद तो प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर कुछ कहना बाकी रह नहीं जाता है. जोशी ने गहलोत सरकार के मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान को लेकर कहा कि अब तो मुख्यमंत्री के सहयोगी भी स्वीकार करने लगे हैं कि राजस्थान में हालात बाद से बदतर होते जा रहे हैं. कानून-व्यवस्था को संभालने में यह सरकार पूरी तरीके से नाकाम हो चुकी है.
किसी ने साहस दिखायाः केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के बयान को लेकर कहा कि उनके इस बयान का स्वागत करना चाहिए. कम से कम इस सरकार में किसी ने तो सच कहने का साहस दिखाया है. जिस तरह के हालात राजस्थान में हैं, वहां पर न बच्चियां सुरक्षित है न महिलाएं. यहां तक कि आमजन भी अब अपने आप को असुरक्षित महसूस कर रहा है. प्रदेश की बदहाल कानून-व्यवस्था किसी से छुपी भी नहीं है. मुख्यमंत्री के गृह जिले में गैंगरेप हो रहा है, लोगों को जिंदा जलाया जा रहा है.
राजस्थान में भय का माहौलः केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखवात ने कहा कि राजस्थान में भय का माहौल है. राज्य में स्कूल जाने वाली बच्चियों से लेकर कॉलेज में पढ़ने वाली युवतियों और गृहणियों तक में डर है. घर, स्कूल, कॉलेज, मार्केट प्लेस, वर्क प्लेस, पुलिस स्टेशन, अस्पताल हर जगह रेप हो रहा है. राजस्थान में महिलाओं के लिए कोई भी जगह सुरक्षित नहीं रह गई है. लेकिन, सरकार अपने आप को सर्टिफिकेट दे रही है.
उन्होंने पिछले दिनों जोधपुर में हुई दो-तीन घटनाओं का हवाला दिया और कहा कि सरकार आत्ममुग्धता की स्थिति से बाहर नहीं निकल पाती. यहां तक कि कांग्रेस की विधायक दिव्या मदेरणा कहती है कि मैं खुद सुरक्षित नहीं हूं, पुलिस की मौजूदगी में मेरे ऊपर हमला हो गया. शेखावत ने कहा कि राजस्थान में तुष्टिकरण का माहौल है, लेकिन सरकार कुर्सी को बचाए रखने के लिए सरकारी धन का दुरुपयोग करके राजनीति को चमकाने का प्रयास कर रही है.
ये कहा था गुढ़ा नेः बता दें कि गहलोत सरकार में मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने शुक्रवार को विधानसभा में इस बात को स्वीकार कि प्रदेश में महिला अत्याचार को रोकने में हम यानी गहलोत सरकार असफल रहे हैं. हमें किसी के ऊपर आरोप लगाने से पहले अपने गिरेबान में पहले झांक लेना चाहिए. गुढ़ा में यह बयान उस वक्त दिया जब कांग्रेस विधानसभा में मणिपुर में हो रही हिंसा के मामले पर बीजेपी को घेरने की रणनीति बना रही थी.