जयपुर. विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने के साथ बीजेपी में लगातार बवाल मचा हुआ है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र से विरोध के स्वर मुखर हो रहे हैं. कुछ जगह समर्थक तो कुछ जगह स्वयं दावेदार अपनी नाराजगी जता रहे हैं. इसी बीच हॉट सीट बनी विद्याधर नगर से पूर्व उपराष्ट्रपति भैरों सिंह शेखावत के दामाद का टिकट कटने पर बवाल मचा हुआ है. भाजपा के पूर्व प्रत्याशी नरपत सिंह राजवी के मीडिया में आ रहे बयानों पर दीया कुमारी ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. दीया कुमारी से जब नरपत सिंह राजवी की ओर से दिए गए बयानों पर पूछा तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए सिर्फ इतना ही कहा कि उस परिवार से उनके पारिवारिक रिश्ते हैं. भैरों सिंह शेखावत उनके पिता समान हैं. उन्हें उम्मीद है कि वह इस चुनाव में उनका साथ देंगे.
भैरों सिंह शेखावत मेरे पिता समान : दरअसल विद्याधर नगर से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी और तीन बार विधायक रहे पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के दामाद नरपत सिंह राजवी का एक मीडिया में बयान छपा. जिसमें उन्होंने दीया कुमारी को लेकर कहा कि पता नहीं मुगलों के आगे घुटने टेकने और महाराणा प्रताप के खिलाफ लड़ने वाले परिवार पर पार्टी मेहरबान क्यों है ? उन्हें उतार कर पार्टी क्या हासिल करना चाहती है ? राजवी के इस बयान पर जब दीया कुमारी से पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर दिया. दीया कुमारी ने कहा कि स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत उनके पिता समान हैं. वह उनका सम्मान करती है, पूरे परिवार को वह अपना आदरणीय मानती है. चुनाव के टिकट की घोषणा होने के साथ ही उनका आशीर्वाद लेने के लिए फोन भी किया. साथ ही उनसे आग्रह भी किया कि वह चुनाव में उनका सपोर्ट करें और उन्हें आशीर्वाद दें.
चुनाव दीया कुमारी नहीं कार्यकर्त्ता लड़ेंगे : विद्याधर नगर से चुनाव लड़ने पर दीया कुमारी ने कहा कि मुझे पार्टी ने जो जिम्मेदारी दी है, उसके लिए मैं पार्टी की आभारी हूं साथ ही विश्वास दिलाया कि जिम्मेदारी को पूरी तरह से निभाउंगी. पार्टी ने मुझे अपने घर से चुनाव लड़ने का मौका दिया है. विद्याधर नगर सीट भले ही नई हो सकती है, लेकिन जयपुर मेरे लिए नया नहीं है. हालांकि इससे पहले भी पार्टी ने जब मुझे सवाई माधोपुर से चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी दी तो वहां पर भी दीया कुमारी नहीं बल्कि कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ा. राजसमंद भी मेरे लिए नई थी वहां पर भी कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ा और विद्याधर नगर में भी कार्यकर्ता ही चुनाव लड़ेंगे. दीया कुमारी ने कहा कि विधानसभा और लोकसभा चुनाव में एक अंतर होता है. स्थानीय मुद्दे होते हैं और इन्हीं मुद्दों के साथ जनता के बीच में जाएंगे. बीजेपी का कार्यकर्ता उनके साथ इस चुनाव को लड़ेगा और कमल का फूल खिलाएगा.
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सीएम की दावेदार नहीं : प्रधानमंत्री मोदी की जयपुर की विद्याधर नगर विधानसभा क्षेत्र में होने वाली सभा और रैली को लेकर दीया कुमारी ने कहा कि अभी तक उनके पास इसकी कोई जानकारी नहीं है. लेकिन अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विद्याधर नगर में चुनावी सभा करते हैं तो उनके लिए इससे बड़ी कोई बात नहीं होगी. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी देश के नहीं बल्कि विश्व के लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं. अगर वह उनके विधानसभा क्षेत्र में सभा करते हैं तो इससे बड़ी और अच्छी बात क्या हो सकती है. मुख्यमंत्री की दावेदारी पर दीया कुमारी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वह कोई मुख्यमंत्री की दावेदार हैं. इस समय पार्टी का एक ही लक्ष्य है 200 के 200 विधानसभा सीटों पर मजबूती के साथ चुनाव लड़ना और कमल का फूल खिलाना.
डैमेज कंट्रोल की कोशिश : उधर नरपत सिंह राजवी की टिकट कटने के बाद उठे बवाल को साधने में पार्टी जुटी है. यही वजह है कि प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह को इसकी जिम्मेदारी दी गई है. अरुण सिंह आज सुबह ही नरपत सिंह राजवी से मिलने उनके आवास पर गए. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच में करीब 35 मिनट लंबी चर्चा हुई. इस मुलाकात के बाद नरपत सिंह राजवी की ओर से एक बयान जारी हुआ, जिसमें उन्होंने कहा कि समाचार पत्र अथवा न्यूज़ चैनल में कोई भी बयान उन्होंने नहीं दिया है. वह 23 अक्टूबर को स्वर्गीय भैरों सिंह शेखावत के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में होने वाले कार्यक्रमों को लेकर बैठक में व्यस्त हैं. मीडिया से अगर बात करनी होगी तो उसकी सूचना वह दे देंगे. दरअसल राजवी का लेटर उस वक्त आया जब समाचार पत्रों में राजवी के नाम से दीया कुमारी और पार्टी के खिलाफ में बयान छपा.