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Ashok Gehlot attacks Ministers: मंत्रियों की खामोशी पर भड़के सीएम, पूछा- क्या मंत्रियों को भी ईडी सीबीआई का है डर ?

Are Gehlot Ministers Scared Of ED?, विधानसभा में विपक्ष की ओर से किए जा रहे हमलों पर सत्ता पक्ष के मंत्रियों की खामोशी पर सीएम गहलोत ने जम कर लताड़ लगाई. सीएम गहलोत ने बुधवार को मंत्री परिषद की बैठक में सभी मंत्रियों को निशाने पर लिया.

Ashok Gehlot attacks Ministers
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Published : Mar 2, 2023, 12:39 PM IST

जयपुर. अपनी सरकार के मंत्रियों से सीएम अशोक गहलोत ने पूछा- आखिर किस बात का डर है जो विधानसभा में विपक्ष की ओर से जो आरोप लगाए जाते हैं , उसका पलटवार पुरजोर तरीके से एकजुट होकर नहीं किया जाता. यहीं नहीं रुके गहलोत सख्त लहजे में सवाल दागा कि क्या किसी ने कोई घोटाला किया हुआ है ? जिसकी वजह से वह ईडी या सीबीआई के डर से खामोश हैं. सीएम गहलोत की नाराजगी कांग्रेस के आलाकमान नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम पर होने वाले हमलों पर जवाब नहीं देने पर थी.

यूं बरसे गहलोत- दरअसल पिछले दिनों विधानसभा और सदन से बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेकर कई बार बीजेपी ने हमला बोला, जिसका जवाब सदन या बाहर सत्ता पक्ष के मंत्रियों और सदस्यों की ओर से पुरजोर तरीके से नहीं दिया गया. इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिपरिषद में कड़ी नाराजगी जताई. गहलोत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से इतना किस बात का डर लग रहा है कि अपने नेताओं पर होने वाली टिप्पणी का जवाब भी नहीं दिया जा रहा है.

सीएम ने माना 'हम बैकफुट पर'- सदन में जिस तरीके से मंत्रियों की खामोश रहे हैं, उससे सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा है. ये ठीक नहीं है. बैठक में अनौपचारिक रूप से शामिल हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने भी मंत्रियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ की ओर से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर लगातार टिप्पणी की जा रही है, लेकिन सरकार के कोई भी मंत्री उस पर पुरजोर तरीके से जवाब नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सामूहिक एकजुटता के साथ जवाब देने की जरूरत है.

आधी अधूरी तैयारी पर नाराजगी- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब में मंत्रियों की ओर से आधी अधूरी जानकारी देने पर भी नाराजगी जताई. गहलोत ने कहा कि सभी मंत्री लंबे समय से अपने-अपने विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं लेकिन उनके पास सदन में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब भी नहीं होते हैं. यह गंभीर बात है कि मंत्री विधानसभा में आधी अधूरी तैयारी के साथ जा रहे हैं. गहलोत ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वह अपने विभागों का पूरी तरीके से अध्ययन कर सदन में पहुंचे और विपक्ष की ओर से या किसी भी विधानसभा सदस्य की ओर से सदन में सवाल पूछा जा रहा है, उसका पूरी तैयारी के साथ जवाब दें.

पढ़ें-Rajasthan Politics: सिर पर विधानसभा चुनाव, गहलोत की योजनाओं का अब नौनिहाल करेंगे प्रचार

पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपेक्षा क्यों ?- बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों की ओर से कार्यकर्ताओं नेताओं की उपेक्षा को लेकर भी नाराजगी जताई , उन्होंने कहा कि लगातार शिकायत आ रही कि मंत्री पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के कामों को प्राथमिकता के साथ नहीं लेते हैं. कई बार उनके कामों की उपेक्षा की जाती रही है, जो ठीक परंपरा नहीं है. गहलोत ने मंत्रियों को चेताते हुए कहा कि भविष्य में अगर किसी भी मंत्री को लेकर शिकायत आती है तो उस पर कार्रवाई होना तय है.

दिल्ली पहुंची शिकायत - बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों और विधायकों के भ्रष्टाचार की शिकायत दिल्ली आलाकमान तक भी पहुंची है, साथ ही कुछ मंत्रियों की अनुशासनहीनता का मामला भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बताया गया है. ऐसे में अभी माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं और मंत्रियों पर गाज गिर सकती है. दरअसल विधानसभा में पिछले दिनों गहलोत सरकार के मंत्रियों ने अपनी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे .

जयपुर. अपनी सरकार के मंत्रियों से सीएम अशोक गहलोत ने पूछा- आखिर किस बात का डर है जो विधानसभा में विपक्ष की ओर से जो आरोप लगाए जाते हैं , उसका पलटवार पुरजोर तरीके से एकजुट होकर नहीं किया जाता. यहीं नहीं रुके गहलोत सख्त लहजे में सवाल दागा कि क्या किसी ने कोई घोटाला किया हुआ है ? जिसकी वजह से वह ईडी या सीबीआई के डर से खामोश हैं. सीएम गहलोत की नाराजगी कांग्रेस के आलाकमान नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के नाम पर होने वाले हमलों पर जवाब नहीं देने पर थी.

यूं बरसे गहलोत- दरअसल पिछले दिनों विधानसभा और सदन से बाहर कांग्रेस नेता राहुल गांधी और सोनिया गांधी को लेकर कई बार बीजेपी ने हमला बोला, जिसका जवाब सदन या बाहर सत्ता पक्ष के मंत्रियों और सदस्यों की ओर से पुरजोर तरीके से नहीं दिया गया. इसको लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिपरिषद में कड़ी नाराजगी जताई. गहलोत ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार से इतना किस बात का डर लग रहा है कि अपने नेताओं पर होने वाली टिप्पणी का जवाब भी नहीं दिया जा रहा है.

सीएम ने माना 'हम बैकफुट पर'- सदन में जिस तरीके से मंत्रियों की खामोश रहे हैं, उससे सरकार को बैकफुट पर आना पड़ा है. ये ठीक नहीं है. बैठक में अनौपचारिक रूप से शामिल हुए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने भी मंत्रियों की कार्यशैली पर नाराजगी जताई. उन्होंने कहा कि बीजेपी और संघ की ओर से कांग्रेस के शीर्ष नेताओं पर लगातार टिप्पणी की जा रही है, लेकिन सरकार के कोई भी मंत्री उस पर पुरजोर तरीके से जवाब नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि सामूहिक एकजुटता के साथ जवाब देने की जरूरत है.

आधी अधूरी तैयारी पर नाराजगी- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विधानसभा में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब में मंत्रियों की ओर से आधी अधूरी जानकारी देने पर भी नाराजगी जताई. गहलोत ने कहा कि सभी मंत्री लंबे समय से अपने-अपने विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं लेकिन उनके पास सदन में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब भी नहीं होते हैं. यह गंभीर बात है कि मंत्री विधानसभा में आधी अधूरी तैयारी के साथ जा रहे हैं. गहलोत ने सभी मंत्रियों को निर्देश दिए कि वह अपने विभागों का पूरी तरीके से अध्ययन कर सदन में पहुंचे और विपक्ष की ओर से या किसी भी विधानसभा सदस्य की ओर से सदन में सवाल पूछा जा रहा है, उसका पूरी तैयारी के साथ जवाब दें.

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पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपेक्षा क्यों ?- बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गोविंद सिंह डोटासरा ने मंत्रियों की ओर से कार्यकर्ताओं नेताओं की उपेक्षा को लेकर भी नाराजगी जताई , उन्होंने कहा कि लगातार शिकायत आ रही कि मंत्री पार्टी के नेता और कार्यकर्ताओं के कामों को प्राथमिकता के साथ नहीं लेते हैं. कई बार उनके कामों की उपेक्षा की जाती रही है, जो ठीक परंपरा नहीं है. गहलोत ने मंत्रियों को चेताते हुए कहा कि भविष्य में अगर किसी भी मंत्री को लेकर शिकायत आती है तो उस पर कार्रवाई होना तय है.

दिल्ली पहुंची शिकायत - बताया जा रहा है कि कुछ मंत्रियों और विधायकों के भ्रष्टाचार की शिकायत दिल्ली आलाकमान तक भी पहुंची है, साथ ही कुछ मंत्रियों की अनुशासनहीनता का मामला भी सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बताया गया है. ऐसे में अभी माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस के कुछ नेताओं और मंत्रियों पर गाज गिर सकती है. दरअसल विधानसभा में पिछले दिनों गहलोत सरकार के मंत्रियों ने अपनी सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए थे .

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