जयपुर. प्रदेश में 31 अक्टूबर से एंबुलेंस सेवा ठप रहेगी. राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन ने राज्य सरकार की ओर से जारी की गई नई निविदा को लेकर रोष व्यक्त करते हुए हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है. जिससे प्रदेश की 108, 104 और बेस एंबुलेंस सेवा प्रभावित रहेगी.
बीते दिनों राजस्थान सरकार की ओर से इंटीग्रेटेड एंबुलेंस सेवा 108, 104 और बेस एंबुलेंस सेवा के संचालन के लिए नई निविदा निकाली गई थी. जिसमें कर्मचारियों को पूरी तरह नजर अंदाज किया गया. नई निविदा के जारी होने के बाद पूरे प्रदेश के एंबुलेंस कर्मचारियों में अपनी नौकरी सुरक्षित नहीं होने को लेकर भय बना हुआ है.
जिसके चलते राजस्थान एंबुलेंस कर्मचारी यूनियन के आह्वान पर गुरुवार सुबह 6:00 बजे से पूरे प्रदेश में एंबुलेंस सेवा ठप रहेगी. इस संबंध में यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष विरेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि हर 3 साल में एंबुलेंस सेवा को लेकर नई निविदा जारी की जाती है. इस संबंध में फरवरी 2019 को कर्मचारियों के वेतन बढ़ोतरी और अन्य सुविधाओं के लिए तत्कालीन एनएचएम निदेशक के साथ लिखित समझौता हुआ था. लेकिन नई निविदा में ऐसा कुछ देखने को नहीं मिला.
शेखावत के अनुसार निदेशक के साथ हुई वार्ता में समझौता हुआ था जिसमें ईएमटी का वेतन 16 हजार और पायलट का वेतन 14 हजार रुपए होना था. लेकिन नए कॉन्ट्रैक्ट में वेतन में बढ़ोतरी नहीं की गई है. साथ ही एंबुलेंस में कार्यरत कर्मचारियों का कार्य समय लेबर एक्ट के तहत 8 घंटे का किया जाएगा. लेकिन इसमें भी को सरकार ने कोई राहत नहीं दी है.
बल्कि, कर्मचारियों के लिए न्यूनतम वेतनमान का नियम लागू किया जा रहा है. जिससे उनका वेतन वर्तमान से भी कम हो जाएगा. ऐसे में उन्होंने 31 अक्टूबर से मांगे नहीं माने जाने तक अनिश्चित काल के लिए एंबुलेंस सेवा को ठप करने की चेतावनी दी है. बता दें कि प्रदेश में फिलहाल 1500 एंबुलेंस चल रही हैं. जिसके लिए करीब 6 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं. जो अब राज्य सरकार की ओर से जारी नई निविदा के विरोध में हड़ताल की राह पर उतर रहे हैं.