जयपुर. राजधानी जयपुर सहित प्रदेश भर में कोविड-19 का संक्रमण लगातार बढ़ रहा है. कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या में रोजाना बढ़ोतरी हो रही है. राज्य सरकार के द्वारा सोमवार से 24 मई तक के लिए सख्त लॉकडाउन भी लगाया गया है. इस लॉकडाउन का असर सीधे तौर पर ट्रांसपोर्टेशन पर देखने को मिल रहा है. हवाई मार्ग हो, सड़क मार्ग हो, या रेल यातायात हो तीनों ही सामान्य नहीं हो पा रहे हैं.
राज्य सरकार के द्वारा लॉकडाउन के अंतर्गत एक जिले से दूसरे जिले में जाने पर भी पाबंदी है. इसके साथ ही हवाई और रेल यातायात की बात की जाए तो दोनों के अंतर्गत यात्रियों की संख्या में बड़ी गिरावट भी दर्ज की जा रही है. जयपुर एयरपोर्ट की बात की जाए तो पिछले 20 दिनों से जयपुर एयरपोर्ट पर लगातार यात्री भार में गिरावट दर्ज की जा रही है. रोजाना 1 दर्जन से अधिक फ्लाइट का संचालन एयरलाइंस कंपनियों को रद्द करना पड़ रहा है.
यात्री भार में भी 50% से ज्यादा तक की गिरावट दर्ज की जा रही है. बता दें लॉकडाउन से पहले जयपुर एयरपोर्ट से रोजाना 10 हज़ार तक यात्री भार पहुंच गया था. वहीं सरकार के द्वारा की गई सख्ती के बाद से ही जयपुर एयरपोर्ट के यात्री भार में गिरावट हुई. यात्री भार गिरकर 4 से 5000 यात्रियों के बीच में ही रह गया है.
एयरलाइंस कंपनियों को भी लगातार घाटा हो रहा है और एयरलाइंस कंपनियां बिना यात्रियों को सूचना दिए हुए अंतिम समय पर फ्लाइट का संचालन रद्द कर देता है. बता दें फ्लाइट के संचालन रद्द होने पर केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय यानी कि डीजीसीए के कड़ी प्रावधान भी बनाए गए हैं. एयरलाइंस कंपनियों के द्वारा घाटे को देखते हुए लगातार फ्लाइट के संचालन को रद्द किया जा रहा है.
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बता दें प्रदेश में सोमवार को देश में सख्त 10 मई से सख्त लॉकडाउन लागू किया गया है. लॉकडाउन का असर रेलवे पर भी साफ तौर पर दिखाई दे रहा है. यात्री भार नहीं होने से कई ट्रेनों को रद्द किया गया है. रेलवे ने ट्रेन संख्या 04713 श्री गंगानगर चेन्नई सेंट्रल सुपरफास्ट समर स्पेशल और 04807 बाड़मेर चेन्नई सेंट्रल सुपरफास्ट समर स्पेशल ट्रेन को रद्द कर दिया है. इन ट्रेनों को अन्य राज्यों के राजस्थान में फंसे हुए प्रवासियों के लिए चलाया था दोनों ट्रेनों में 5 फीसदी से भी कम यात्रियों ने रिजर्वेशन कराया ऐसे में रेलवे को इन्हें रद्द करना पड़ा.