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किरोड़ी मीणा ने की गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ, कहा-कल्याणकारी योजनाएं चालू रहनी चाहिए

कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने पदभार संभालने के बाद पंत कृषि भवन में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. उन्होंने कहा कि अलग से कृषि बजट पेश करना पूर्ववर्ती सरकार का अच्छा फैसला था. कल्याणकारी योजनाओं को बंद करने का कोई तुक नहीं है.

गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ
गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 9, 2024, 3:21 PM IST

किरोड़ी मीणा ने की गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ

जयपुर. भजनलाल सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा पंत कृषि भवन पहुंचे और विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. कृषि मंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद यह पहला मौका था, जब किरोड़ीलाल मीणा विभाग में बैठक लेने पहुंचे. उन्होंने विभागीय योजनाओं को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए. मीडिया से बातचीत में उन्होंने पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार की ओर से अलग से कृषि बजट पेश करने के फैसले को सही बताया. साथ ही कहा हमारा प्रयास रहेगा कि किसानों को कैसे ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाया जा सके?.

किसानों की समस्याओं का रखेंगे ध्यान : किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि पिछली सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो योजनाएं चलाई थी, वह आगे भी जारी रहनी चाहिए, लेकिन वो योजनाएं धरातल पर कितनी उतरी, इसकी समीक्षा की जाएगी. किसानों के हित में क्या नवाचार किए जा सकते हैं, इस पर भी विचार किया जाएगा. जब हम क्षेत्र में जाते हैं तो किसानों की कई समस्याएं और मांगें सामने आती हैं. उन पर भी गौर किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें-आमजन को राहत देने के लिए ऊर्जा उत्पादन में आत्मनिर्भरता अत्यंत महत्वपूर्ण : सीएम भजनलाल

नवाचारों को कैसे पहनाएं अमलीजामा : किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि नवाचारों को कैसे अमलीजामा पहनाया जा सकता है, इस पर भी अधिकारियों से बातचीत करेंगे, जो भी योजनाएं पिछली सरकार ने लागू की थी, अगर वह व्यापक रूप से किसानों के हित में हैं तो उन्हें बंद करने का कोई तुक नहीं है. यह देखा जाएगा कि बजट की क्या स्थिति है. कई बार जाते-जाते ऐसी योजनाएं घोषित की जाती हैं, जिन्हें बजट नहीं मिल पाता है.

तारबंदी और फार्म पौंड किसानों के लिए फायदेमंद : गहलोत सरकार की ओर से फार्म पौंड और तारबंदी के लिए अनुदान की राशि बढ़ाने और किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि फार्म पौंड और तारबंदी किसानों के फायदे की योजनाएं हैं. लावारिस पशुओं से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. इसलिए सरकार का मंतव्य तो सही रहा होगा, लेकिन बजट नहीं मिल पाने से किसानों को फायदा नहीं मिला. यह देखा जाएगा कि कैसे बजट जारी कर किसानों को फायदा पहुंचाया जा सकता है?.

बिचौलियों को खत्म करने का प्लान : हॉर्टिकल्चर की योजनाओं में बिचौलियों के कारण किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा, किसी भी योजना में मीडिएटर खत्म हो, इसके लिए हर योजना को ऑनलाइन किया जाएगा. इससे सीधा फायदा किसानों को मिलने लगेगा और बिचौलिए खत्म होंगे.

इसे भी पढ़ें-हाड़ौती में लक्ष्य की 10 फीसदी बुवाई कम, गेहूं, सरसों व धनिया उत्पादन पर दिखेगा असर

अलग से कृषि बजट पेश करना अच्छी परंपरा : पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से अलग से कृषि बजट पेश करने की परंपरा को लेकर किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वह कृषि बजट अलग से पेश करने की परंपरा को ठीक मानते हैं, क्योंकि प्रदेश में एक बड़ा तबका है, जो खेती से जुड़ा है. अलग से कृषि बजट पेश करने से उन्हें ज्यादा फायदा मिल सकता है. हम भी कोशिश करेंगे कि कैसे किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके.

फीडबैक लेकर दिलाएंगे खराबे का मुआवजा : ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से फसल खराब होने पर नुकसान के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौसम बदलने से किसानों की चिंता बढ़ रही है. पाला और ओले पड़ने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. पहले 50 फीसदी खराबे पर मुआवजा दिया जाता था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 33 फीसदी खराबे पर मुआवजा देने की व्यवस्था की है. कोटा व पूर्वी राजस्थान के अन्य इलाकों में हाल ही में हुई बारिश को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा की इसे लेकर फीडबैक लिया जा रहा है और मापदंडों के हिसाब से किसानों की हर संभव मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती से हटकर नवाचार करने वाले किसानों को किस तरह सरकार फायदा दे सकती है, इस पर भी विचार किया जाएगा?.

किरोड़ी मीणा ने की गहलोत सरकार की योजनाओं की तारीफ

जयपुर. भजनलाल सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा पंत कृषि भवन पहुंचे और विभागीय अधिकारियों की बैठक ली. कृषि मंत्री के रूप में पदभार संभालने के बाद यह पहला मौका था, जब किरोड़ीलाल मीणा विभाग में बैठक लेने पहुंचे. उन्होंने विभागीय योजनाओं को लेकर अधिकारियों से फीडबैक लिया और उन्हें आवश्यक निर्देश भी दिए. मीडिया से बातचीत में उन्होंने पूर्ववर्ती अशोक गहलोत सरकार की ओर से अलग से कृषि बजट पेश करने के फैसले को सही बताया. साथ ही कहा हमारा प्रयास रहेगा कि किसानों को कैसे ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाया जा सके?.

किसानों की समस्याओं का रखेंगे ध्यान : किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि पिछली सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए जो योजनाएं चलाई थी, वह आगे भी जारी रहनी चाहिए, लेकिन वो योजनाएं धरातल पर कितनी उतरी, इसकी समीक्षा की जाएगी. किसानों के हित में क्या नवाचार किए जा सकते हैं, इस पर भी विचार किया जाएगा. जब हम क्षेत्र में जाते हैं तो किसानों की कई समस्याएं और मांगें सामने आती हैं. उन पर भी गौर किया जाएगा.

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नवाचारों को कैसे पहनाएं अमलीजामा : किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि नवाचारों को कैसे अमलीजामा पहनाया जा सकता है, इस पर भी अधिकारियों से बातचीत करेंगे, जो भी योजनाएं पिछली सरकार ने लागू की थी, अगर वह व्यापक रूप से किसानों के हित में हैं तो उन्हें बंद करने का कोई तुक नहीं है. यह देखा जाएगा कि बजट की क्या स्थिति है. कई बार जाते-जाते ऐसी योजनाएं घोषित की जाती हैं, जिन्हें बजट नहीं मिल पाता है.

तारबंदी और फार्म पौंड किसानों के लिए फायदेमंद : गहलोत सरकार की ओर से फार्म पौंड और तारबंदी के लिए अनुदान की राशि बढ़ाने और किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि फार्म पौंड और तारबंदी किसानों के फायदे की योजनाएं हैं. लावारिस पशुओं से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. इसलिए सरकार का मंतव्य तो सही रहा होगा, लेकिन बजट नहीं मिल पाने से किसानों को फायदा नहीं मिला. यह देखा जाएगा कि कैसे बजट जारी कर किसानों को फायदा पहुंचाया जा सकता है?.

बिचौलियों को खत्म करने का प्लान : हॉर्टिकल्चर की योजनाओं में बिचौलियों के कारण किसानों को फायदा नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा, किसी भी योजना में मीडिएटर खत्म हो, इसके लिए हर योजना को ऑनलाइन किया जाएगा. इससे सीधा फायदा किसानों को मिलने लगेगा और बिचौलिए खत्म होंगे.

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अलग से कृषि बजट पेश करना अच्छी परंपरा : पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की ओर से अलग से कृषि बजट पेश करने की परंपरा को लेकर किरोड़ीलाल मीणा ने कहा कि वह कृषि बजट अलग से पेश करने की परंपरा को ठीक मानते हैं, क्योंकि प्रदेश में एक बड़ा तबका है, जो खेती से जुड़ा है. अलग से कृषि बजट पेश करने से उन्हें ज्यादा फायदा मिल सकता है. हम भी कोशिश करेंगे कि कैसे किसानों को ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सके.

फीडबैक लेकर दिलाएंगे खराबे का मुआवजा : ओलावृष्टि और अतिवृष्टि से फसल खराब होने पर नुकसान के सवाल पर उन्होंने कहा कि मौसम बदलने से किसानों की चिंता बढ़ रही है. पाला और ओले पड़ने से किसानों की मेहनत पर पानी फिर जाता है. पहले 50 फीसदी खराबे पर मुआवजा दिया जाता था. अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 33 फीसदी खराबे पर मुआवजा देने की व्यवस्था की है. कोटा व पूर्वी राजस्थान के अन्य इलाकों में हाल ही में हुई बारिश को लेकर भी उन्होंने चिंता जताई और कहा की इसे लेकर फीडबैक लिया जा रहा है और मापदंडों के हिसाब से किसानों की हर संभव मदद की जाएगी. उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती से हटकर नवाचार करने वाले किसानों को किस तरह सरकार फायदा दे सकती है, इस पर भी विचार किया जाएगा?.

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