जयपुर. चालान की प्रक्रिया से खुद को बचाने के लिए वाहन चालक कई तरह से तरीके अपना रहे है. जिसके बाद जयपुर ट्रैफिक पुलिस के आला अधिकारियों ने भी मॉनिटरिंग करना शुरू कर दिया है. वहीं कुछ चालक चालान की प्रक्रिया से बचाने के लिए एफिडेविट बनवा कर लाइसेंस नहीं बना होने की दलील दे रहे हैं.
तो वहीं कुछ वाहन चालक लाइसेंस गुम हो जाने का हवाला देकर विभिन्न थानों में लाइसेंस की गुमशुदगी दर्ज करवा रहे हैं. डीसीपी ट्रैफिक राहुल प्रकाश ने बताया कि जयपुर ट्रैफिक पुलिस ने राजधानी के तमाम थानों से संपर्क कर के इस बात की जानकारी मांगी गई है, कि यदि कोई व्यक्ति लाइसेंस गुम होने की गुमशुदगी दर्ज करवाता है. तो उसकी सूचना ट्रैफिक कंट्रोल रूम को दी जाए.
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जिससे उस व्यक्ति का रिकॉर्ड चेक किया जा सके कि कहीं चालान की प्रक्रिया से बचने के लिए तो वह झूठी गुमशुदगी दर्ज नहीं करवा रहा है. यदि वाहन चालक द्वारा पेश किया गया एफिडेविट और गुमशुदगी का मामला झूठा पाया जाता है. तो उसके खिलाफ जयपुर ट्रैफिक पुलिस द्वारा सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी.