जयपुर. प्रदेश में सूदखोरों से परेशान होकर लोगों द्वारा आत्महत्या करने के अनेक प्रकरण सामने आने के बाद अब राजस्थान पुलिस बिना लाइसेंस ब्याज का धंधा करने वाले सूदखोरों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू करने जा रही है. पुलिस आम लोगों को जागरूक करने के साथ शिकायत मिलने पर सूदखोरों के विरुद्ध तुरंत एक्शन लेगी. एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने शुक्रवार को इस संबंध में आदेश जारी किए हैं.
आदेश में बताया गया है कि प्रदेश में सूदखोरों एवं ब्याज माफियाओं द्वारा जरूरतमंद व्यक्तियों को उच्च ब्याज दर पर ऋण देकर मनमाना ब्याज वसूल किया जाता है. समय पर पैसा नहीं चुका पाने की स्थिति में उन पर भारी-भरकम पेनल्टी लगा अचल संपत्ति तक हड़पने के प्रयास किये जाते हैं. शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित हुए पीड़ित व्यक्ति या उसके परिजन द्वारा आत्महत्या जैसा घातक कदम उठाने को दृष्टिगत रखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
एडीजी क्राइम डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि सूदखोरों और ब्याज माफियाओं की अवैध गतिविधियों के बारे में मिशन जन जागरण के तहत बनाए व्हाट्सएप ग्रुप्स पर आमजन को जागरूक किया जाएगा. इसके साथ ही सीएलजी सदस्यों, सुरक्षा सखियों, ग्राम रक्षक और पुलिस मित्रों की बैठकों में आमजन को जागरूक करने के साथ सामाजिक विकास के लिए सरकारी योजनाओं, अनुदान तथा बैंक लोन आदि के बारे में जानकारी दी जाएगी. इसके लिए प्रशासनिक अधिकारियों एवं बैंककर्मियों के साथ समन्वय कर कैंप आयोजित करवाए जाएंगे.
थाना स्तर पर सूदखोर होंगे चिन्हित: प्रदेश के सभी रेंज आईजी और जिला एसपी मय कमिश्नरेट को भेजे गए इस आदेश के अनुसार थाना स्तर पर अवैध साहूकारी का व्यवसाय करने वाले सूदखोरों और ब्याज माफियाओं को चिन्हित किया जाएगा. प्रत्येक थाना स्तर पर सूदखोरों की सूची तैयार की जाएगी और सूची के आधार पर उनके विरुद्ध सख्त एक्शन लिया जाएगा. आमजन की मजबूरियों का फायदा उठाकर मनमाने ब्याज पर ऋण देने वाले व्यक्तियों को चिन्हित करने के साथ पीड़ित व्यक्ति द्वारा शिकायत मिलते ही उस पर पुलिस तुरन्त कार्रवाई करेगी.