जयपुर. प्रदेश में विधानसभा चुनाव संपन्न होने के साथ ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने दोबारा कैंपस का रुख कर लिया है. एबीवीपी के प्रांत मंत्री अभिनव सिंह ने बताया कि इस परिवर्तनकारी समय में देश के छात्र भी अपनी भूमिका सकारात्मक ढंग से निभाने के लिए तैयार हैं. ऐसे में विद्यार्थी परिषद विकसित भारत के संकल्प पर काम करेगी. ताकि राष्ट्रीय पुनर्निर्माण का सपना पूरा हो सके. उन्होंने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने बड़ी संख्या में राजकीय कॉलेज खोल दिए, लेकिन ना तो उसमें इंफ्रास्ट्रक्चर है, और ना ही शिक्षक, ऐसे में अब इंफ्रास्ट्रक्चर और रिक्त पदों पर भर्तियों को लेकर एबीवीपी सरकार तक जाएगी.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर होगा दीपोत्सव : अभिनव ने कहा कि बीते सालों में प्रदेश में रोजगार और शिक्षा के मुद्दों को लेकर एबीवीपी के नेतृत्व में बड़े आंदोलन हुए हैं. आगामी वर्ष में विद्यार्थी परिषद इन मुद्दों पर और तेज प्रयास करेगी. वहीं, उन्होंने बताया कि अयोध्या में 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर विद्यार्थी परिषद ने सभी जिले की नगर इकाई तक के छात्रों से दीपोत्सव मनाने का आह्वान किया है. विद्यार्थी परिषद ने श्रीराम मंदिर निर्माण पर अपनी राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद बैठक में प्रस्ताव भी पारित किया है.
कई प्रस्ताव हुए पारित : राष्ट्रीय कार्य समिति सदस्य भारत भूषण यादव ने बताया कि एबीवीपी के राष्ट्रीय अधिवेशन में 6 प्रस्ताव पारित किए गए, जिनमें स्वस्थ जीवन शैली, विवेकशील विकास, पर्यावरण संतुलन, गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और जीवंत परिसर शामिल रहा. इस दौरान भारतीय स्वाभिमान का प्रतीक श्री राम मंदिर और नारी शक्ति वंदन अधिनियम की पहल वाले दो प्रस्ताव भी पारित किए गए.