जयपुर. पूर्व उपराष्ट्रपति स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत के जन्म शताब्दी समारोह के साथ शुरू हुए विवाद के बाद परिवार में आरोप-प्रत्यारोप का दौर बढ़ता जा रहा है. भैरोंसिंह शेखावत के दोहिते और विधायक नरपत सिंह राजवी के पुत्र अभिमन्यु सिंह राजवी ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आरोपों पर पलटवार किया है. राजवी ने कहा जिस तरह की बातें उनके (भैरोंसिंह शेखावत) भतीजे प्रताप सिंह खाचरियावास ने की है, वैसी बात परिवार का सदस्य तो क्या कोई दुश्मन भी नहीं करेगा. प्रताप सिंह की ओर से जितने भी आरोप लगाए वह सब बेबुनियाद और राजनीति से प्रेरित थे.
प्रताप सिंह ने जो कहा वो दुश्मन भी नहीं कहेगा : 15 मई को भैरोंसिंह शेखावत की पुण्यतिथि पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कई आरोप लगाए थे. उन्होंने कहा था कि भैरोंसिंह शेखावत कि जनशताब्दी पर होने वाले समारोह में उनके ही छोटे भाई को नहीं बुलाया गया. प्रताप सिंह ने कहा था बीजेपी ने खाचरियावास में कार्यक्रम इसलिए किया है, क्योंकि प्रताप सिंह अपने नाम के पीछे खाचरियावास लगाते हैं.
प्रताप सिंह के इन आरोपों पर शेखवात के दोहिते अभिमन्यु सिंह राजवी ने कहा कि जब एक परिवार में राजनीतिक कार्यकर्ताओं की संख्या बढ़ने लगती है तो इसके साथ विचारधारा भी अलग होने लगती है. उस परिवार में राजनीतिक मतभेद होना आम बात है, लेकिन अपने राजनीतिक स्वार्थों के लिए मतभेद का स्तर गिरा दिया जाए तो उसका जवाब देना आवश्यक है. प्रताप सिंह ने जिस तरह के आरोप लगाए हैं, वैसा तो कोई दुश्मन भी नहीं लगाता. फिर वो तो शेखावत के भतीजे हैं, उन्होंने अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए रिश्तों की भी अहमियत नहीं समझी.
समाधि स्थल तय करने का श्रेय सीएम को : राजवी ने कहा कि 15 मई को खाचरियावास में बीजेपी की ओर से एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया गया था, लेकिन उस दिन भैरोंसिंह शेखावत की समाधि स्थल पर मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने अनर्गल बातें कही हैं. उन्होंने कहा खाचरियावास में आयोजित कार्यक्रम में प्रताप सिंह के पिता को आमंत्रित किया गया था. उन्होंने कहा कि समाधि स्थल की भूमि तय करने का श्रेय सीएम गहलोत को जाता है, लेकिन प्रताप सिंह खाचरियावास का इस मामले में श्रेय लेना और परिवार वालों के लिए अनर्गल बातें करना ठीक नही था.
सरकार में कद्दावर मंत्री हैं, कॉल डिटेल निकाल लें : राजवी ने कहा कि प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि उनके परिवार को खाचरियावास में होने वाले कार्यक्रम के लिए आमंत्रित नहीं किया गया, यह सरासर झूठ है. राजवी ने दावा किया कि कार्यक्रम से 2 दिन पहले 13 मई को सवर्गीय भैरोंसिंह शेखवात के छोटे भाई और प्रताप सिंह खाचरियावास के पिता लक्ष्मण सिंह को फोन किया गया था. उन्होंने कहा कि वह तो सरकार में कद्दावर मंत्री हैं, कॉल डिटेल निकाल लें स्पष्ट हो जाएगा कि उनको आमंत्रित किया गया था या नहीं.
नाम लगाने से कुछ नहीं होता : प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा था कि बीजेपी खाचरियावास में कार्यक्रम इसलिए कर रही है, क्योंकि प्रताप सिंह अपने नाम की पीछे खाचरियावास लगाता है. राजवी ने कहा कि खाचरियावास नाम लगाने से भैंरोंसिंह शेखावत के जन्मस्थली को बदल नहीं सकते. बीजेपी ने कार्यक्रम इसलिए किया, क्योंकि खाचरियावास स्वर्गीय भैरोंसिंह शेखावत की जन्मस्थली है. उनकी जन्म शताब्दी के अवसर पर कार्यक्रम की शुरुआत उनकी जन्मस्थली से ही होनी थी.