जयपुर. राजधानी में लगातार हो रही नकबजनी की वारदातों को लेकर पुलिस अपराधियों की धरपकड़ में जुटी है. इसी के चलते जयपुर ग्रामीण पुलिस की विशेष टीम के साथ फुलेरा और कालाडेरा थाना पुलिस ने ऐसे ही नकबजन गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 4 शातिर नकबजनों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस गिरफ्त में आए बदमाश देवाराम, जीतू, नंदा और सीताराम है. पुलिस की माने तो फुलेरा थाना इलाके में बीती 10 फरवरी को रीको एरिया में गेहूं के कट्टों की चोरी के मामले की जांच में जुटी पुलिस इस बावरिया गैंग तक पहुंच गई. पुलिस गिरफ्त में आए इन शातिर नकबजनों ने पूछताछ के दौरान जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, नागौर, अजमेर, भीलवाड़ा, सीकर समेत अन्य स्थानों में करीब 80 से ज्यादा चोरी और नकबजनी की वारदातों को अंजाम देना कबूल किया है. पुलिस की मानें तो यह आरोपी रेकी कर वारदात को अंजाम देते हैं, और नाकाबंदी के दौरान पुलिस से बचने के लिए किसी महिला सदस्य को अपने साथ रखते हैं.
जांच में सामने आया है कि पुलिस की ओर से पकड़े जाने पर इस गिरोह के सदस्य अन्य सदस्यों को बचाने के लिए अपना सही नाम छिपाते हैं. बावरिया गैंग शहर के ग्रामीण इलाकों में डेरे में रहती है और कई वारदात को अंजाम देने के बाद अपना शहर बदल लेते हैं. पुलिस गिरफ्त में आए नकबजनों के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्जनों मामले दर्ज हैं.
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गैंग के सदस्य महंगी लग्जरी कारों में घूमते हैं और फिर रात्रि में मौका पाकर नकबजनी और चोरी की वारदात को अंजाम देते हैं. बावरिया गैंग के सदस्य घरेलू सामान से लेकर पशुधन तक किसी भी चीज को नहीं छोड़ते. सामान नहीं मिलने पर बकरियों को भी गाड़ियों में भरकर ले जाते हैं, और फिर बेच देते हैं.