जयपुर. राजस्थान विधानसभा चुनाव 2023 की गहमा-गहमी के बीच जयपुर पुलिस ने स्थायी वारंटियों के खिलाफ मोर्चा खोला है. जयपुर में आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर दूसरे राज्यों में छिपकर बैठे बदमाशों की पहचान के लिए पुलिस आयुक्तालय ने एक एसआईटी का गठन किया. इसने 8 राज्यों में 133 ठिकानों पर दबिश देकर चार इनामी और 31 स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार किया है.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जार्ज जोसफ के अनुसार, विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गंभीर और संगठित अपराध में वांछित अपराधी उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, बिहार, हरियाणा, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब और गुजरात में रह रहे थे. उनकी पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए एक एसआईटी का गठन किया गया. इस टीम ने मुखबिरों से जानकारी जुटाकर इन आठ राज्यों में 133 ठिकानों पर दबिश दी. इस टीम ने चार इनामी और 31 स्थायी वारंटियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है.
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चार इनामी बदमाश गिरफ्तार, इतना है इनाम: पुलिस आयुक्तालय की एसआईटी ने हरियाणा के खड़खड़वास निवासी दानाराम गुर्जर, हरियाणा के उनन्द निवासी अशोक यादव, उत्तर प्रदेश के नई बस्ती (चमनगंज) निवासी सार्थक शुक्ला और उत्तर प्रदेश के तरई गांव निवासी देव उर्फ देवा को गिरफ्तार किया है. दानाराम गुर्जर पर 2000, अशोक यादव पर 10 हजार, सार्थक शुक्ला पर 5 हजार और देव उर्फ देवा पर भी 5 हजार रुपए का इनाम घोषित था.
इस टीम ने दिया छापेमारी को अंजाम: जयपुर पुलिस आयुक्तालय की सीएसटी के सीआई अनिल कुमार और नारायण राम, उप निरीक्षक पुरुषोत्तम शर्मा, हेड कांस्टेबल अजीत सिंह, विक्रम सिंह, कांस्टेबल भंवर लाल, आवेश दुबे, नीरज कुमार, कोमल सिंह, राजेश कुमार, हरकेश और चालक सतीश कुमार की टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है.