चाकसू (जयपुर). जिले के शिवदासपुरा थाना इलाके में 10 दिन पहले कोटा-सवाईमाधोपुर रेलवे ट्रैक के पास मिली एक लावारिस लाश महाराष्ट्र के एक टैक्सी ड्राइवर विजय किसन घाडगे (49) की थी. इसकी कार और कीमती सामान को लूटने के इरादे से गला घोंटकर हत्या की गई थी. गला घोंटने के लिए बदमाशों ने जूते के फीते और बेल्ट का इस्तेमाल किया था, जिससे पकड़े नहीं जा सके.
इस ब्लाइंड मर्डर की वारदात का खुलासा करते हुए पुलिस ने बुधवार को वारदात में शामिल विक्रम सिंह शेखावत (20) निवासी ग्राम बड़ोद, तहसील खंडार, जिला सवाईमाधोपुर को गिरफ्तार कर लिया. उसे पुलिस ने 6 दिन के रिमांड पर लिया है. वहीं, विक्रम के एक साथी बाल अपराधी को पुलिस ने मुरैना, मध्यप्रदेश निरुद्ध कर लिया. उसे बाल संप्रेषण गृह भेज दिया गया.
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इसके अलावा तीसरे साथी विजय कुमार को पंजाब के होशियारपुर से पकड़ लिया. इस वारदात के खुलासे में जालूपुरा थाने के एएसआई सुनील कुमार ने अहम भूमिका निभाई. जिनकी सूचना पर मास्टरमाइंड विक्रम सिंह पकड़ा गया. इसके बाद पूछताछ में हत्या का खुलासा हुआ और अन्य दोनों साथी भी पुलिस की गिरफ्त में आ गए.
ये है हत्या से जुड़ा मामला
डीसीपी मनोज चौधरी ने बताया कि 31 अगस्त को दोपहर 2:30 बजे शिवदासपुरा इलाके में रेलवे लाइन के पास किल्कीपुरा पुलिया के नीचे लावारिस हालत में एक शव मिला था. थाना प्रभारी इंद्राज मरोडिया और उपनिरीक्षक मुकेश कुमार के नेतृत्व में गठित टीम ने सोशल मीडिया और अन्य राज्यों के पुलिस से संपर्क कर शव की पहचान महाराष्ट्र निवासी विजय किसन खडगे के रूप में की. इसके बाद पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
इस बीच हत्या के आरोपी विक्रम सिंह शेखावत और उसके दोनों साथियों के एक संदिग्ध कार में घूमने और जालुपुरा इलाके में एक होटल में ठहरने की सूचना एएसआई सुनील कुमार को मिली. तब एएसआई सुनील ने विक्रम सिंह से पूछताछ की तो उसने महाराष्ट्र एक ड्राइवर विजय किसन की हत्या कर कार लूटने की वारदात का खुलासा किया. एएसआई सुनील ने इसकी सूचना शिवदासपुरा थाना प्रभारी को दी. इसके बाद दोनों अन्य आरोपी भी पकड़े गए. महाराष्ट्र से किराए पर लेकर आए थे कार, यहां घूमते हुए होटल में ठहरे थे.
आरोपी विक्रम ने पूछताछ में बताया कि वो अपने साथी विजय के साथ महाराष्ट्र गया था. जहां उन्होंने ठाणे से विजय किसन की टैक्सी कार किराए पर ली थी. उसे लेकर चिपलुन गए थे. इसके बाद महाराष्ट्र में 22 अगस्त को भी दोनों आरोपियों ने विजय किसन की टैक्सी कार चिपलुन में निजी काम के लिए किराए पर ली थी. उन्होंने विजय किसन को बताया कि वे पांच सात दिन बाद आएंगे और फिर राजस्थान जाएंगे. इसके लिए एडवांस में कार की बुकिंग करवा दी. मास्टरमाइंड ने पहले ही अपने दोनों साथियों को जयपुर बुलवाकर एक होटल में ठहरवाया.
थानाप्रभारी इंद्राज मरोडिया के मुताबिक पूछताछ में सामने आया कि विक्रम सिंह 28 अगस्त को महाराष्ट्र से टैक्सी कार लेकर विजय किसन के साथ राजस्थान के लिए रवाना हुए. उसने पहले ही अपने साथियों को सिंधीकैंप इलाके में एक होटल में कमरा बुक करवाकर रुकने को कहा. विक्रम सिंह टैक्सी लेकर 30 अगस्त को जयपुर पहुंचा. यहां अपने दोनों साथियों के साथ मिलकर टैक्सी ड्राइवर विजय किसन की हत्या कर कार लूटने की योजना बनाई.
इसके बाद रात को घूमने के बहाने होटल से निकले. रात 10 बजे तीनों बदमाशों ने शिवदासपुरा इलाके में ड्राइवर विजय किसन की गला घोंटकर हत्या कर दी और शव को रेलवे पटरियों के पास फेंक दिया. इसके बाद 31 अगस्त को शव मिला और चार दिन शव की पहचान हुई.