जयपुर. अयोध्या में सीता रसोई में प्रसाद और भोजन तैयार करने के लिए जयपुर से 2100 सरसों तेल के पीपे शोभायात्रा के साथ रवाना किए गए. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोभायात्रा को भगवा पताका दिखाकर रवाना किया. हाथी, घोड़े, ऊंट के लवाजमे के साथ साधु-संतों को बग्घी पर विराजमान करा एक दर्जन से ज्यादा झांकियों के साथ शोभायात्रा परकोटा क्षेत्र से निकली.
श्रीराम के जयकारे और शंखनाद के साथ छोटी काशी जयपुर में भगवान श्रीराम की शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें ढोल नगाड़े और बैंड बाजे की धुन से पूरा परकोटा क्षेत्र गूंज उठा. अयोध्या की सीता रसोई के लिए जयपुर से 2100 सरसों तेल के पीपे शोभायात्रा के साथ अयोध्या के लिए रवाना किए गए. मंदिर ट्रस्ट के निर्देश पर जयपुर में सरसों का सात्विक तेल तैयार किया गया. चूंकि राम सबके हैं, ऐसे में राजस्थान के साथ-साथ हरियाणा, यूपी, बिहार और बंगाल से भी सरसों मंगाकर रामधुनी के साथ तेल तैयार किया गया.
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वहीं, तेल के पीपों पर श्रीराम जन्म स्तुति उकेरी गई. इस मौके पर खुद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शोभायात्रा को भगवा पताका दिखाकर रवाना किया. इससे पहले उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा, ''यह ऐतिहासिक कार्यक्रम इसलिए है, क्योंकि ऐतिहासिक काम हो रहा है. अयोध्या में जितने भी साधु-संत, अतिथि आने वाले हैं उनके लिए राजस्थान की राजधानी से सीता रसोई के लिए सामग्री जा रही है. यह सौभाग्य का विषय है. राजस्थान और जयपुरवाले एक अच्छे पुण्य कार्य के लिए सहभागी बन रहे हैं.'' सीएम आगे कहा, ''राम हमारे रोम रोम में बसते हैं, राम हमारे आराध्य हैं और आज अयोध्या दुनिया का सबसे बड़ा सांस्कृतिक केंद्र बन रहा है. यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देन है.'' वहीं, इस दौरान सीएम ने भगवान श्रीराम के सजीव दरबार का आशीर्वाद भी लिया.
वहीं, इस दौरान मौजूद रहे विधायक बालमुकुंद आचार्य ने कहा, ''जयपुर नगर से हजारों टन प्रसाद सामग्री प्रतिदिन अयोध्या जाएगी. अयोध्या में सीता माता की रसोई से लाखों भक्तों को प्रसाद मिलेगा. तेल के बाद राशन और भोग सामग्री भी वहां भेजी जाएगी. इससे पहले देसी गाय का घी भी भगवान के अभिषेक के लिए वहां भेजा जा चुका है. उसी से अखंड दीपक जलेगा और भगवान की आरती होगी.''
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इधर, धर्म यात्रा महासंघ के संरक्षक सुरेश पाटोदिया ने बताया कि जयपुर के परकोटा क्षेत्र के मुख्य बाजारों से शोभायात्रा गलता गेट तक पहुंचेगी. इसका एक उद्देश्य है कि राजस्थान के जन-जन को ये संदेश देना चाहते हैं कि 22 जनवरी को हर घर में दीपावली मनाएं. जिस तरह दीपावली पकवान बनाते हैं, उसी तरह पकवान भी बनाएं. और भगवान श्री राम की पूजा अर्चना करते हुए दीपोत्सव मनाएं.