जयपुर. प्रदेश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब रद्द फ्लाइट्स का अड्डा बनता जा रहा है. यात्रा से एक दिन पहले यात्री के मोबाइल पर मैसेज आता है कि संचालन कारणों की वजह से आपकी फ्लाइट रद्द कर दी गई, आप चाहें तो किराए की राशि रिफंड ले सकते हैं. ऐसे में जिन यात्रियों को जरूरी काम से यात्रा करनी होती है उनके लिए ये मैसेज वज्रपात से कम नहीं है.
इस दौरान यात्री जब बैलेंस प्रबंधन के ऑफिस फोन करते हैं तो कई बार तो फोन भी नहीं उठाया जाता. ऐसे में एंड वक्त पर यात्रा करने के दौरान यात्रियों से मनमर्जी का किराया भी वसूला जाता है. वहीं, यात्रियों को यात्रा के लिए चार से पांच गुना किराया भी वसूला जाता है. लंबी दूरी वाले शहर जैसे चेन्नई, मुंबई, बेंगलुरु जाने वाले लोगों से 20 हजार तक किराया वसूला जाता है.
बता दें, पिछले 3 महीने जनवरी में 30, फरवरी में 20 ,मई-मार्च में 68 फ्लाइट्स रद्द की गई हैं. जिसके अंतर्गत इंडिगो, स्पाइसजेट और जेट एयरवेज सबसे ऊपर आती हैं. जिसके चलते हैं 25 हजार यात्रियों को परेशाना का सामना करना पड़ा है. ऐसे में जब यात्रियों द्वारा फ्लाइट रद्द करने का कारण पूछा जाता है तो उन्हें एयरलाइन्स की ओर से तकनीकी खराबी या खराब मौसम का हवाला देकर टाल दिया जाता है. हालांकि, यात्रियों ने फ्लाइट के रद्दीकरण को लेकर कई बार एयरपोर्ट प्रशासन को शिकायत दर्ज करवाई है. बावजूद, ज्यादातर मामलों में अभी तक एयरलाइंस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
किस महीने में कितनी फ्लाइट हुई रद्द
- जनवरी : 30 फ्लाइट्स रद्द
- फरवरी : 20 फ्लाइट्स रद्द
- मार्च : 68 फ्लाइट्स रद्द
- अप्रैल : 4 फ्लाइट्स रद्द
सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि एयरपोर्ट प्रशासन की ओर से अभी तक एयरलाइंस द्वारा कैंसिल होने वाली फ्लाइट पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसे में यात्रियों को भी काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ रहा है.