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जयपुर नगर निगम उड़ा रहा सरकार के आदेशों की धज्जियां, 1200 सफाई कर्मचारियों को लगा रखा दूसरे कार्यों में

जयपुर नगर निगम प्रशासन राज्य सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है. सफाई कर्मचारियों को सप्लाई ठेका कैंसिल होने के बहाने दूसरे काम में लगा दिया गया है. तकरीबन 1200 सफाई कर्मचारियों को निगम के दूसरे कामों में लगाया जा रखा है.

1200 सफाई कर्मी लगे है दूसरे कामों में
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Published : Jun 26, 2019, 5:17 PM IST

जयपुर. शहरी सरकार कि ओर से राज्य सरकार के निर्देशों के विपरीत सफाई कर्मियों की बंदरबांट चलाई जा रही है. स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश हैं कि सफाई कर्मी के रूप में भर्ती कार्मिकों से सिर्फ सफाई का काम ही कराया जाए लेकिन निगम अधिकारियों को सरकार के इन आदेशों की परवाह ही नहीं है. यही वजह है कि करीब 1200 सफाई कर्मियों को दूसरे काम में लगा रखा है.

1200 सफाई कर्मी लगे है दूसरे कामों में

नगर निगम प्रशासन राज्य सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है. सफाई कर्मचारियों को सप्लाई ठेका कैंसिल होने के बहाने दूसरे काम में लगा दिया गया है. करीब 9 महीने पहले 4600 से ज्यादा सफाई कर्मियों की भर्ती की गई थी. इनमें से तकरीबन 1200 सफाई कर्मचारियों को निगम के दूसरे कामों में लगा रखा है...


- 80 कार्मिकों को गैराज शाखा में.
- 32 कार्मिकों को होल्डिंग शाखा में.
- 91 कर्मचारी हूपर मोनिटरिंग में.
- 865 कर्मचारी सड़क कचरा डिपो मोनिटरिंग में.
- 36 कर्मचारी ट्रांसपोर्टेशन में.
- 40 कर्मचारी सतर्कता शाखा में.
- करीब 100 सफाई कर्मी अफसरों के घर में.

इनमें से अधिकांश सफाई कर्मी ऐसे हैं जो सामान्य, एसटी, ओबीसी या विशेष ओबीसी से हैं. पहले भी निगम प्रशासन की ओर से मलेरिया और फायर शाखा में सफाई कर्मियों को लगाया जा चुका है. नगर निगम में सफाई कर्मियों को कार्यालय में लंबे समय से लगा रखा है. निगम में करीब 30 से ज्यादा पुराने सफाई कर्मी बुधवार तक कार्यालय में काम कर रहे हैं. जबकि स्वायत्त शासन विभाग ने इन कर्मचारियों को उनके मूल काम सफाई में लगाने के सख्त निर्देश जारी कर रखे हैं. ऐसे में साफतौर पर स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों की निगम की ओर से अवहेलना की जा रही है.

जयपुर. शहरी सरकार कि ओर से राज्य सरकार के निर्देशों के विपरीत सफाई कर्मियों की बंदरबांट चलाई जा रही है. स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश हैं कि सफाई कर्मी के रूप में भर्ती कार्मिकों से सिर्फ सफाई का काम ही कराया जाए लेकिन निगम अधिकारियों को सरकार के इन आदेशों की परवाह ही नहीं है. यही वजह है कि करीब 1200 सफाई कर्मियों को दूसरे काम में लगा रखा है.

1200 सफाई कर्मी लगे है दूसरे कामों में

नगर निगम प्रशासन राज्य सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है. सफाई कर्मचारियों को सप्लाई ठेका कैंसिल होने के बहाने दूसरे काम में लगा दिया गया है. करीब 9 महीने पहले 4600 से ज्यादा सफाई कर्मियों की भर्ती की गई थी. इनमें से तकरीबन 1200 सफाई कर्मचारियों को निगम के दूसरे कामों में लगा रखा है...


- 80 कार्मिकों को गैराज शाखा में.
- 32 कार्मिकों को होल्डिंग शाखा में.
- 91 कर्मचारी हूपर मोनिटरिंग में.
- 865 कर्मचारी सड़क कचरा डिपो मोनिटरिंग में.
- 36 कर्मचारी ट्रांसपोर्टेशन में.
- 40 कर्मचारी सतर्कता शाखा में.
- करीब 100 सफाई कर्मी अफसरों के घर में.

इनमें से अधिकांश सफाई कर्मी ऐसे हैं जो सामान्य, एसटी, ओबीसी या विशेष ओबीसी से हैं. पहले भी निगम प्रशासन की ओर से मलेरिया और फायर शाखा में सफाई कर्मियों को लगाया जा चुका है. नगर निगम में सफाई कर्मियों को कार्यालय में लंबे समय से लगा रखा है. निगम में करीब 30 से ज्यादा पुराने सफाई कर्मी बुधवार तक कार्यालय में काम कर रहे हैं. जबकि स्वायत्त शासन विभाग ने इन कर्मचारियों को उनके मूल काम सफाई में लगाने के सख्त निर्देश जारी कर रखे हैं. ऐसे में साफतौर पर स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों की निगम की ओर से अवहेलना की जा रही है.

Intro:जयपुर - शहरी सरकार राज्य सरकार के निर्देशों के विपरीत सफाई कर्मियों की बंदरबांट चल रही है। स्वायत्त शासन विभाग के निर्देश हैं कि सफाई कर्मी के रूप में भर्ती कार्मिकों से सिर्फ सफाई का काम ही कराया जाए। लेकिन निगम अधिकारियों को सरकार के इन आदेशों की परवाह ही नहीं है। यही वजह है कि करीब 1200 सफाई कर्मियों को दूसरे काम में लगा रखा है।


Body:नगर निगम प्रशासन राज्य सरकार के आदेशों को ठेंगा दिखा रहा है। सफाई कर्मचारियों को कार्यालय बीट्स सप्लाई ठेका कैंसिल होने के बहाने दूसरे काम में लगा दिया गया है। करीब 9 महीने पहले 4600 से ज्यादा सफाई कर्मियों की भर्ती की गई थी।
इनमें से तकरीबन 1200 सफाई कर्मचारियों को निगम के दूसरे कामों में लगा रखा है।
80 कार्मिकों को गैराज शाखा
32 कार्मिकों को होल्डिंग शाखा
91 कर्मचारी हूपर मोनिटरिंग
865 कर्मचारी सड़क कचरा डिपो मोनिटरिंग
36 कर्मचारी ट्रांसपोर्टेशन
40 कर्मचारी सतर्कता शाखा
करीब 100 सफाई कर्मी अफसरों के घर
पर लगा रखे हैं। इनमें से अधिकांश सफाई कर्मी ऐसे हैं जो सामान्य, एसटी, ओबीसी या विशेष ओबीसी से हैं। पहले भी निगम प्रशासन की ओर से मलेरिया और फायर शाखा में सफाई कर्मियों को लगाया जा चुका है।
बाईट - नंदकिशोर डंडोरिया, अध्यक्ष, सफाई कर्मचारी संघ


Conclusion:नगर निगम में सफाई कर्मियों को कार्यालय में लगाने का पुराना रोग है। निगम में करीब 30 से ज्यादा पुराने सफाई कर्मी आज तक कार्यालय में काम कर रहे हैं। जबकि स्वायत्त शासन विभाग ने इन कर्मचारियों को उनके मूल काम सफाई में लगाने के सख्त निर्देश जारी कर रखे हैं। ऐसे में साफतौर पर स्वायत्त शासन विभाग के आदेशों की निगम की ओर से अवहेलना की जा रही है।
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