हनुमानगढ़. भारतीय मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के बैनर तले जिले भर के मजदूरों ने जिला कलेक्ट्रेट का घेराव किया और सरकार विरोधी नारे लगाए. इस दौरान मजदूरों ने कहा कि सरकार हर विभाग को निजी हाथों में सौंपना चाहती है. जिस तरह से रेलवे को निजीकरण किया जा रहा है और साथ ही जो दूसरे अन्य विभाग हैं, उनके भी निजीकरण की तैयारी की जा रही है. मजदूर बेरोजगार हो रहा है, उन्हें रोजगार नहीं मिल रहा है.
साथ ही यह भी कहा कि जिस तरह से बेरोजगारी बढ़ रही है, उससे साफ है कि सरकार की नीतियां आमजन और मजदूरों के लिए ठीक नहीं हैं. उन्होंने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने जो यह टोल टैक्स वापस शुरू किया है, यह उनके लिए ताबूत में आखिरी कील साबित होने वाला है. क्योंकि जहां एक तरफ लोग महंगाई से जूझ रहे हैं, वहीं सरकार द्वारा इस तरह के टैक्स लगाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है. इसके लिए वे आंदोलन करेंगे. अगर उनकी मांगे नहीं मानी गईं, तो वे उग्र आंदोलन को भी मजबूर हो सकते हैं.
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ज्ञापन सौंपने के बाद मजदूरों ने एकजुट होकर कहा कि अगर उनकी मांगें जल्द ही नहीं मानी जाती हैं, तो सरकार एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार रहे. क्योंकि वे कई बार ज्ञापन के माध्यम से सरकार को चेतावनी दे चुके हैं. लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है.