हनुमानगढ़. भले ही अभी विधानसभा चुनाव को वक्त है, लेकिन अभी से ही सियासी घेराबंदी शुरू हो गई है. मंच से केंद्र की मोदी सरकार पर निशाने साधे जा रहे हैं. आरोप-प्रत्यारोप के दौर शुरू हो गए हैं, लेकिन लपेटे में सीएम गहलोत भी है. सोमवार को नागौर के परबतसर में किसान सम्मेलन के मंच से पेपर लीक प्रकरण और युवाओं को पार्टी में आगे बढ़ाने संबंधित बयान इसकी बानगी रही है. इसी कड़ी में मंगलवार को हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में किसान महासम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने एक बार फिर पेपर लीक प्रकरण को उठाया. उन्होंने कहा कि बार-बार पेपर लीक होना काफी दुखद है. ऐसे में पेपर लीक करने वाला चाहे कोई भी हो, उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए. ताकि वो आगे ऐसी हरकत करने की जुर्रत न कर सके.
पायलट पार्टी के दिग्गज नेता होने के साथ ही देश, काल और परिस्थिति को भांप कर भाषण देने के माहिर माने जाते हैं. ऐसे में पेपर लीक प्रकरण के इतर उन्होंने किसानों की समस्याओं पर फोकस किया. पायलट ने कहा कि आज सबसे जरूरी किसानों की आमदनी में इजाफा करना है. लेकिन केंद्र की मोदी सरकार किसानों की मदद के बजाय उन्हें धोखा दे रही है. ऐसे में आज जरूरी है कि सभी किसान इस सरकार के खिलाफ एकजुट होकर इनका मुखालफत करें.
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वहीं, दूसरी ओर किसान महासम्मेलन के मंच पर सियासी शक्ति प्रदर्शन भी देखने को मिला. पायलट की मौजूदगी में मंच पर हनुमानगढ़ के साथ ही श्रीगंगानगर के भी कई टिकट के दावेदार नजर आए. जिन्होंने पायलट के सामने अपना शक्ति प्रदर्शन किया. लेकिन इन सब के बीच खास बात यह रही कि पायलट की सभा से हनुमानगढ़ के दोनों कांग्रेस विधायक विनोद कुमार और अमित चाचाण नदारद रहे. हालांकि, इस दौरान राज्य अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा, विधायक मुकेश भाकर सहित हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर जिले के कई नेता मौजूद रहे.