हनुमानगढ़. रोडवेज कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे चरणबद्ध आंदोलन की कड़ी में बुधवार को प्रदेश भर में आगार कार्यालयों और बस स्टैंडों पर एक घंटे का कार्य बहिष्कार करते हुए बसों का संचालन बंद किया गया. साथ ही कर्मचारियों ने कहा कि मांगें नहीं मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा.
बता दें कि जंक्शन स्थित रोडवेज डिपो में रोडवेज कर्मचारियों द्वारा बसों के पहिये जाम करते हुए राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए. कर्मचारियों ने बताया कि संगठन के 11 सूत्री मांग पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं होने के विरोध में रोडवेज कर्मचारियों में आक्रोश है. इसके विरोध में बुधवार को एक घंटे का कार्य बहिष्कार करते हुए बसों का संचालन बंद किया गया है. पूर्व में संगठन सदस्यों द्वारा 17 अक्टूबर को उप मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में दो दिन का धरना दिया गया था.
यह भी पढ़ें. हनुमानगढ़: 20 किलो डोडा पोस्त सहित युवक गिरफ्तार, NDPS एक्ट में मामला दर्ज
वहीं उप मुख्यमंत्री और राज्य सरकार को विधानसभा चुनाव से पूर्व संगठन सदस्यों से किये गए वायदों के बारे में अवगत करवाया जा चुका है. लेकिन कोई सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने से पता चलता है कि सरकार रोडवेज कर्मचारियों के प्रति कितनी असंवेदनशील है. आंदोलन की आगे की कड़ी में दीपावली के पश्चात मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में विशाल रैली निकालकर उन्हें दोबारा संगठन सदस्यों से किये गए वायदों के बारे में याद दिलवाया जाएगा.
यह भी पढ़ें. गहलोत के मंत्रियों ने किया उपचुनाव में दोनों सीटों पर जीत का दावा, डोटासरा बोले- एग्जिट पोल के उलट आएंगे नतीजे
कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अपनी जायज मांगों को पूरा करवाने के लिए हमें पूर्ण रूप से चक्का जाम करना पड़ा तो रोडवेज कर्मी चक्का जाम से भी पीछे नहीं हटेंगे. सरकार द्वारा बार-बार दिए जा रहे आश्वासनों से अब संगठन सदस्य परेशान हो चुके हैं और अब आर-पार की लड़ाई लड़ने का मन बना चुके हैं.