हनुमानगढ़. राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय पुरषोतम वाला में पढ़ने वाले 9 बच्चों की रतनजोत के बीज खाने के बाद (eating ratanjot seeds in Hanumangarh) तबीयत बिगड़ गई. सभी बच्चों को पहले एक निजी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन तबीयत में सुधार नहीं होने पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अब सभी बच्चों की हालत खतरे से बाहर है.
परिजनों ने बताया कि ये मामला शनिवार का है. बच्चों द्वारा रतनजोत के बीज खाने के चलते 9 बच्चों की तबीयत खराब हो गई. इसके बाद बच्चों को ग्रामीण क्षेत्र में एक निजी अस्पताल ले जाया गया. लेकिन, बच्चों के उल्टी दस्त बंद नहीं होने पर जिला चिकित्सालय टाउन ले जाया गया. जहां सभी की हालत खतरे से बाहर है. सभी बच्चे 10 से 12 साल की उम्र के बताए जा रहे हैं.
वहीं, डॉ. विनोद फोगोड़िया ने बताया कि बच्चों का इलाज चल रहा है. अब तक 9 बच्चे अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं और भी बच्चों के (Medical Facility in Hanumangarh) आने की संभावना है. जिला चिकित्सालय में अव्यवस्थाएं भी सामने आई. अभिभावक स्वयं ही बच्चों को अपने कंधे से लगाकर भर्ती रूम ले जाते नजर आए.
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वहीं, बच्चों के अभिभावकों ने अध्यापकों पर सवालिया निशाना लगाते हुए कहा कि ऐसे पौधे का विद्यालय में क्या काम है, जिससे हमें हमारे बच्चों की जान से हाथ धोना पड़ सकता था. प्रधानाचार्य राजेंद्र कुमार ने अपील करते हुए कहा कि रतनजोत का पौधा ऐसे स्थानों पर नहीं लगाना चाहिए, जहां छोटे बच्चों का अक्सर आवागमन रहता है. साथ ही कहा कि 9 के 9 बच्चे अब बिल्कुल स्वस्थ हैं.