हनुमानगढ़. जिले के रावतसर कस्बे में एक चौकाने वाला मामला सामने आया है. जिसमे एक नाबालिग बच्चे ने अपनी मां के साथ रहने से इंकार करते हुए दादा-दादी के पास रहने की इच्छा जताई है. जिसके बाद बाल कल्याण समिति ने बच्चे को दादा-दादी के सुपर्द किया है.
जयपुर निवासी एक विवाहिता ने कुछ दिन पूर्व 1098 पर शिकायत दर्ज करवाई थी कि, उसका पति उससे अलग रहता है, जोकि कुछ दिन पहले उसके बेटे पुनीत को उसके दादा-दादी से मिलवाने का कहकर रावतसर ले गया और वापस नहीं लेकर आया. साथ ही पत्र में आरोप लगाया कि उसके सास-ससुर उसके बच्चे को उनसे बात तक नहीं करने देते है.
पत्र के आधार पर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष की ओर से रतिराम गोयल दादा- दादी और 11 वर्षीय बालक पुनीत गोयल से भी पूछताछ की और वस्तु स्तिथि की आस पड़ोस से भी जानकारी ली. बच्चे की संरक्षा और सुरक्षा के बारे में स्वयं बच्चे से पूछताछ की तो बालक पुनीत ने अपने दादा-दादी के पास रहने की इच्छा जाहिर की. अपनी मां की ओर से पत्र में लगाए गए आरोप को निराधार बताया और अपनी पुस्तकें जो उसकी माता के पास है, वो भी वापस लेने की मांग भी की.
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बालक ने बताया कि मुझे मेरी मां को फोन करने की पूरी आजादी है।वो स्वयं ही माता राजरानी से इसलिए बात नही करना चाहता क्योकि वो मुझे धमकियां देती है और जब में उनके पास था तो वो मारपीट करती थी. बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जितेंद्र कुमार गोयल ओर समिति सदस्य प्रेमचंद शर्मा ने बच्चे के सर्वोतम हित को देखते हुए बच्चे को दादा दादी की सपुर्दगी में रखने का फैसला किया है. और जो भी बालक को समस्या है, उसका भी तुरंत समाधान करना हमारी प्राथमिकता रहेगी.