हनुमानगढ़. जिले के हनुमानगढ़ जंक्शन स्थित अग्रसेन भवन में चल रहे युवा कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष के शपथ ग्रहण समारोह में उस समय हंगामा हो गया जब निवर्तमान जिलाध्यक्ष ने अपने युवा समर्थकों के साथ नारेबाजी करते हुए मौके पर पहुंच बिना सूचना दिए पद से हटाने का आरोप लगा विरोध जताया. खास बात यह रहा कि जिस समय हंगामा हुआ उस समय शपथ ग्रहण समारोह में पीसीसी के सचिव जिला प्रभारी जिया उर रहमान आरिफ सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता मंचासीन थे. वहीं निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय मेघवाल के समर्थकों ने शपथ ग्रहण समारोह स्थल पर पहुंच नारेबाजी करते हुए रिजर्व एससी सीट पर धनबल के आधार पर अन्य वर्ग के व्यक्ति को निर्वाचित करने का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया.
वहीं इससे एकबारगी माहौल तनावपूर्ण हो गया और पुलिस बुलानी पड़ी. वहीं हंगामे के कारण शपथ ग्रहण समारोह भी कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. वहीं आखिरकार समझाइश करने के बावजूद न मानने पर पार्टी से जुड़े लोगों ने विरोध जता रहे युवाओं को जबर्दस्ती समारोहस्थल से बाहर किया. जिसके बाद दोबारा समारोह शुरू हो सका. बता दें कि अपने समर्थकों के साथ विरोध जता रहे युवा कांग्रेस के निवर्तमान जिलाध्यक्ष संजय मेघवाल के अनुसार करीब एक साल पहले युवा कांग्रेस के चुनाव हुए थे. जिसमें हनुमानगढ़ जिले सहित पूरे प्रदेश में कुल पांच सीटें एससी के लिए रिजर्व थीं, तब उसे चुनाव लडने का मौका मिला.
यह भी पढ़ें: Special : पेट्रोल-डीजल के दाम आसमान पर....राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप, आमजन त्रस्त
इसके साथ ही चुनाव में वे जिलाध्यक्ष चुने गए. वहीं एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान जिले की युवा कार्यकारिणी की ओर से प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर जितने भी कार्यक्रम हुए, चाहे वह संसद घेराव की बात हो या डीजल-पेट्रोल के दामों में बढ़ोतरी का विरोध करने की, चाहे प्रदेश की कांग्रेस की रीति-नीति आमजन तक पहुंचाने की बात हो, इन सब कार्यो में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की गई, लेकिन हाल ही में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के पीलीबंगा दौरे के दो दिन बाद ही बिना कोई सूचना या नोटिस उन्हें युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पद से हटाकर एसटी के लिए रिजर्व सीट पर किसी अन्य वर्ग के व्यक्ति को जो प्रदेश महासचिव के पद पर नियुक्त है, को धनबल के आधार पर जिलाध्यक्ष बना दिया गया, लेकिन उसे जिलाध्यक्ष पद से हटाने का कारण पूछने और अपनी बात रखने का मौका नहीं दिया गया, जबकि नियमानुसार निर्वाचित जिलाध्यक्ष को दो साल से पहले हटा नहीं सकते.
वही संजय मेघवाल के अनुसार उन्होंने प्रदेश में भी अपनी बात रखने का प्रयास किया, लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई. जिसके बाद उन्होंने मांग की कि अगर जिलाध्यक्ष बनाया जाना ही है तो रिजर्व एससी वर्ग का ही बनाया जाए. वहीं कार्यक्रम में उपस्थित पीसीसी के सचिव और जिला प्रभारी जिया उर रहमान आरिफ से जब इस विवाद के बारे में पूछा गया तो,उन्होंने घर का मामला बताते हुए, प्रदेश नेतायों से बात करने की बात कही. वहीं नवनियुक्त यूथ कांग्रेस अध्यक्ष का कहना है की वे संजय का दुख समझते है, लेकिन अब वे निवर्तमान है और मैं वर्तमान अध्यक्ष.
यह भी पढ़ें: हरियाणा से गिरफ्तार कर ले जा रही गोवा पुलिस को चकमा देकर ट्रेन से कूदा धोखाधड़ी का आरोपी
वहीं हंगामे के दौरान पीसीसी सचिव के अलावा नोहर विधायक अमित चाचाण, पूर्व उप जिला प्रमुख शबनम गोदारा, विनोद गोठवाल, जिला प्रमुख कविता मेघवाल, डीसीसी के पूर्व अध्यक्ष सुरेन्द्र दादरी, मनीष धारणिया, नगर परिषद सभापति गणेश राज बंसल, उपसभापति अनिल खीचड़, निर्माण समिति अध्यक्ष सुमित रणवां, पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष गुरमीत सिंह चन्दड़ा सहित अन्य नेता मंच पर मौजूद रहे.