हनुमानगढ़. पंजाब के अमृतसर से लेकर गुजरात के जामनगर तक बनने वाले 754k एक्सप्रेस हाईवे के लिए सरकार की ओर से किसानों की भूमि अधिग्रहण की जा रही है, लेकिन इसके बदले किसानों को जो मुआवजा दिया जा रहा है. वह उनके मुंह में जीरे के समान दिया जा रहा है मात्र 4 लाख बीघा की दर से उन्हें मुआवजा दिया जा रहा है, जोकि किसानों को ना मंजूर है.
सिर्फ मिला आश्वासन
वहीं किसानों का आरोप है कि दूसरे राज्यों में जहां 75 लाख रुपए 1 बीघा का दिया जा रहा है. वहीं राजस्थान सरकार बहुत कम मुआवजा दे रही है. इसके लिए वे पिछले 5 महीने से जिला कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे हैं. उनका कहना है कि प्रशासन के साथ उनकी कई बार वार्ता हो चुकी है,लेकिन वार्ता के बाद सिर्फ आश्वासन दिए जाते हैं.
आंदोलन रहेगा लगातार जारी
वहीं उनकी मांगे नहीं मानी जा रही है. वहीं डीएलसी की दर वसुंधरा सरकार में काफी कम कर दी थी.उनकी मांग है कि डीएलसी दर को रिवाइज किया जाए और उसके बाद अधिक दर के हिसाब से किसानों को मुआवजा दिया जाए.अगर ऐसा नहीं हुआ तो उनका आंदोलन लगातार जारी रहेगा.
पढ़ें- कोटाः घर में फंदे से लटका मिला शव, जांच में जुटी पुलिस
काली पट्टी बांधकर दिवाली मनाई
किसान संघर्ष समिति के सदस्यों ने सर और बांहों पर काली पट्टी बांधकर काली दिवाली के रूप में त्यौहार को मनाया है. उनका कहना है कि सरकार किसानों के लिए बिल्कुल भी गंभीर नहीं है. वहीं किसानों का कहना है कि कुछ दिन बाद उनका धरना कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर चला जाएगा और तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती.