हनुमानगढ़. जिले के नोहर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण शराबबंदी की मांग को लेकर पिछले लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं. नोहर क्षेत्र के गांव श्योराणी, रत्तुसर और दूसरे अन्य कई गांव जहां के ग्रामीण पिछले लंबे समय से ग्राम पंचायत में शराबबंदी की मांग कर रहे हैं.
शराबबंदी की प्रशासन ने जो प्रक्रिया बताइ थी कि मतदाताओं के प्रतिशत के आधार पर शराबबंदी की जा सकती है तो उन्होंने वह प्रक्रिया भी अपनाई, लेकिन उसके बावजूद प्रशासन ने शराबबंदी नहीं की और लगातार शराब बिक रही है. आखिर में उन्होंने न्यायालय का सहारा लिया. जहां पर अब दोबारा सुनवाई होनी है. इसी मांग को लेकर ग्रामीण जिला कलेक्ट्रेट पहुंचे और जिला कलेक्टर से गुहार लगाई की जो प्रक्रिया शराबबंदी की है. उसे लागू किया जाए और ग्राम पंचायतों में शराबबंदी की जाए ऐसा नहीं होता है तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करना पड़ेगा. क्योंकि बार-बार उन्होंने ज्ञापन सौंपकर थक गए हैं अब उनके पास आंदोलन के सिवा कोई चारा नहीं है.
शराबबंदी को लेकर पूर्व में भी कई गांवों में आंदोलन हुए थे और प्रशासन को झुकना पड़ा था और लोगों के प्रतिशत के आधार पर शराबबंदी की गई थी, लेकिन नोहर क्षेत्र के कई गांव में शराबबंदी नहीं की जा रही है. अब देखना होगा कि ज्ञापन के बाद प्रशासन क्या कार्रवाई करता है. शराबबंदी की जाती है या फिर लोगों को आंदोलन करना पड़ेगा.