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मिसाल: दुल्हन की निकाली बिंदौरी, तो दूल्हे के पिता ने दहेज के बदले लिया सिर्फ एक रुपया - दहेज के बदले एक रुपया

हनुमानगढ़ में सोनी समाज की एक बेटी की लड़के की तरह घोड़ी पर बिंदौरी निकाली गई. वहीं दुल्हे के पिता ने दहेज के बदले एक रुपया लेकर मिसाल पेश की.

Bindori of bride in Hanumangarh, groom family taken Rs 1 in place of dowry
मिसाल: दुल्हन की निकाली बिंदौरी, तो दूल्हे के पिता ने दहेज के बदले लिया सिर्फ एक रुपया
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Published : Feb 16, 2023, 11:46 PM IST

हनुमानगढ़. सोनी समाज के भाजपा नेता ओम सोनी की बेटी कोमल व रामस्वरूप कडोल के पौत्र मोहित की शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है. यहां सोनी समाज द्वारा बैंड-बाजे के साथ घोड़ी पर बिठाकर बेटी की बिंदौरी निकाली गई. इस दौरान समाज ने बेटा-बेटी एक समान का संदेश दिया, तो उधर दूल्हे पक्ष ने दहेज के नाम पर एक रुपया ले दुल्हन को विदा कर घर ले गए.

ऐलनाबाद में एक ज्वेलर्स के मालिक रामस्वरूप कडोल, हनुमान कड़ोल, गोकुल कड़ोल ने इसी सोच का परिचय दिया है. उन्होंने अपने पोते मोहित की शादी में दहेज में मिलने वाली राशि को अस्वीकार कर दिया. रामस्वरूप कड़ोल ने महज एक नारियल स्वीकार किया और अपनी होने वाली पुत्रवधू को पोती की तरह स्नेह देने की बात कही. हनुमानगढ़ में भाजपा नेता ओम सोनी की बेटी कोमल की शादी ऐलनाबाद के ज्वैजर्स राजेश कुमार कडोल के बेटे मोहित के संग आज गुरुवार को हुई. इस शादी में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ रामप्रताप भी शामिल हुए.

पढ़ें: दूल्हा-दुल्हन की एक साथ निकली बिंदौरी...बुलेट पर बैठकर कुछ इस अंदाज में आई वर माला डालने

भाजपा नेता ओम सोनी के होने वाले समधी राजेश कुमार कडोल का कहना है कि एक वक्त था जब बेटियों के परिजन अच्छा वर व परिवार के लिए चिंतित रहते थे, लेकिन आज बेटे वाले भी सुयोग्य पुत्रवधू की तलाश में भटकते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि बेटा और बेटी समान है. दहेज में मिली राशि लौटाने को लेकर उन्होंने कहा कि घर चलाने के लिए बिजनेस व नौकरी करने का प्रावधान है. दहेज में मिली राशि में बरकत नहीं होती. यह हम सबको समझना होगा.

पढ़ें: अजमेर के PWD में कार्यरत जेईएन इति कुमावत की अनोखी मिसाल, घोड़ी पर बैठ निकाली बिंदौरी

भाजपा नेता ओम सोनी का कहना है कि हर वर पक्ष इसी तरह का सोच रखे तो फिर किसी बेटी वाले को चिंता करने की जरूरत नहीं रहेगी. हमें अपनी लाडली के लिए ऐसा परिवार मिला, इसके लिए ईश्वर के शुक्रगुजार हैं. साथ ही ओम सोनी कहते हैं कि बेटी को घोड़ी पर बिठाकर निकासी का उदेश्य यही है की समाज में बेटियों के प्रति सशक्त व सकरात्मक संदेश जाए.

पढ़ें: सीकर: बेटी की बिंदौरी निकाल बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' का दिया सन्देश

पूर्व मंत्री डॉक्टर रामप्रताप ने बेटी कोमल को राजस्थानी पगड़ी पहनाकर नजर उतारते हुए आशीर्वाद देकर घोड़ी पर बिठाया. घोड़ी पर निकासी निकालने पर कोमल काफी खुश व उत्साहित नजर आ रही थी. कोमल ने कहा कि अपने माता-पिता व सास-ससुर की इस पहल से वो बहुत खुश हैं. साथ ही कोमल कहती हैं कि सभी बेटिओं के माता-पिता को बेटियों को सशक्त बनाने के लिए ऐसे प्रयास करने चाहिए.

हनुमानगढ़. सोनी समाज के भाजपा नेता ओम सोनी की बेटी कोमल व रामस्वरूप कडोल के पौत्र मोहित की शादी क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गई है. यहां सोनी समाज द्वारा बैंड-बाजे के साथ घोड़ी पर बिठाकर बेटी की बिंदौरी निकाली गई. इस दौरान समाज ने बेटा-बेटी एक समान का संदेश दिया, तो उधर दूल्हे पक्ष ने दहेज के नाम पर एक रुपया ले दुल्हन को विदा कर घर ले गए.

ऐलनाबाद में एक ज्वेलर्स के मालिक रामस्वरूप कडोल, हनुमान कड़ोल, गोकुल कड़ोल ने इसी सोच का परिचय दिया है. उन्होंने अपने पोते मोहित की शादी में दहेज में मिलने वाली राशि को अस्वीकार कर दिया. रामस्वरूप कड़ोल ने महज एक नारियल स्वीकार किया और अपनी होने वाली पुत्रवधू को पोती की तरह स्नेह देने की बात कही. हनुमानगढ़ में भाजपा नेता ओम सोनी की बेटी कोमल की शादी ऐलनाबाद के ज्वैजर्स राजेश कुमार कडोल के बेटे मोहित के संग आज गुरुवार को हुई. इस शादी में पूर्व कैबिनेट मंत्री डॉ रामप्रताप भी शामिल हुए.

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भाजपा नेता ओम सोनी के होने वाले समधी राजेश कुमार कडोल का कहना है कि एक वक्त था जब बेटियों के परिजन अच्छा वर व परिवार के लिए चिंतित रहते थे, लेकिन आज बेटे वाले भी सुयोग्य पुत्रवधू की तलाश में भटकते हैं. इससे साफ जाहिर होता है कि बेटा और बेटी समान है. दहेज में मिली राशि लौटाने को लेकर उन्होंने कहा कि घर चलाने के लिए बिजनेस व नौकरी करने का प्रावधान है. दहेज में मिली राशि में बरकत नहीं होती. यह हम सबको समझना होगा.

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भाजपा नेता ओम सोनी का कहना है कि हर वर पक्ष इसी तरह का सोच रखे तो फिर किसी बेटी वाले को चिंता करने की जरूरत नहीं रहेगी. हमें अपनी लाडली के लिए ऐसा परिवार मिला, इसके लिए ईश्वर के शुक्रगुजार हैं. साथ ही ओम सोनी कहते हैं कि बेटी को घोड़ी पर बिठाकर निकासी का उदेश्य यही है की समाज में बेटियों के प्रति सशक्त व सकरात्मक संदेश जाए.

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पूर्व मंत्री डॉक्टर रामप्रताप ने बेटी कोमल को राजस्थानी पगड़ी पहनाकर नजर उतारते हुए आशीर्वाद देकर घोड़ी पर बिठाया. घोड़ी पर निकासी निकालने पर कोमल काफी खुश व उत्साहित नजर आ रही थी. कोमल ने कहा कि अपने माता-पिता व सास-ससुर की इस पहल से वो बहुत खुश हैं. साथ ही कोमल कहती हैं कि सभी बेटिओं के माता-पिता को बेटियों को सशक्त बनाने के लिए ऐसे प्रयास करने चाहिए.

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