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डूंगरपुर: शराब दुकान का ग्रामीणों ने किया विरोध, आंदोलन की चेतावनी

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Published : Sep 3, 2020, 5:30 PM IST

डूंगरपुर जिले के चाडोली गांव में सरकारी शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में ग्रामीण उतर आए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि शराब की दुकान के पास ही सरकारी स्कूल है और महिलाएं भी उस रास्ते से आती-जाती हैं. इसलिए लगातार दुर्व्यवहार की आशंका बनी रहती है.

liquor shop in dungarpur,  Protest againest liquor shop
शराब की दुकान का ग्रामीणों ने किया विरोध

डूंगरपुर. जिले के चाडोली गांव में सरकारी शराब ठेके के विरोध में सरपंच और ग्रामीण एक बार फिर लामबंद हो गए हैं. सरपंच के साथ ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल गुरुवार को जिला कलेक्टर और एसपी से मिला. उन्होंने शराब की दुकान बंद करवाने की मांग की. ग्रामीणों ने अपनी मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

सरकारी स्कूल के पास है शराब की दुकान

पढ़ें: नशा तस्करों पर पुलिस का शिकंजा, सेब की आड़ में गुजरात ले जाई जा रही 9 लाख की शराब जब्त

चाडोली ग्राम पंचायत के सरपंच रमेशचंद्र भगोरा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन सौंपा. सरपंच ने बताया कि लॉकडाउन से पहले चाडोली में सरकारी शराब की दुकान खोली गई थी, लेकिन शराब की दुकान का ग्रामीणों ने विरोध किया तो उसे बंद कर दिया गया था. अब एक बार फिर से शराब की दुकान खोली गई है, जो पंचायत के रास्ते में है. जहां से महिलाएं और बच्चे भी गुजरते हैं, जिसके चलते हर समय दुर्व्यवहार होने की आशंका बनी रहती है.

ग्रामीणों ने बताया कि शराब की दुकान चाडोली गांव के नाम से स्वीकृत नहीं हुई है. दुकान किसी दूसरी जगह आवंटित हुई थी, लेकिन इसे गांव में खोल दिया गया. शराब की दुकान से कुछ ही दूरी पर गांव का सरकारी स्कूल है. शराब की दुकान खुलने से स्कूल के आस-पास का माहौल खराब हो गया है. गांव में शराब की दुकान खुलने से युवाओं पर खराब प्रभाव पड़ रहा है. ग्रामिणों ने कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

डूंगरपुर. जिले के चाडोली गांव में सरकारी शराब ठेके के विरोध में सरपंच और ग्रामीण एक बार फिर लामबंद हो गए हैं. सरपंच के साथ ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल गुरुवार को जिला कलेक्टर और एसपी से मिला. उन्होंने शराब की दुकान बंद करवाने की मांग की. ग्रामीणों ने अपनी मांगें नहीं माने जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

सरकारी स्कूल के पास है शराब की दुकान

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चाडोली ग्राम पंचायत के सरपंच रमेशचंद्र भगोरा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने कलेक्टर-एसपी को ज्ञापन सौंपा. सरपंच ने बताया कि लॉकडाउन से पहले चाडोली में सरकारी शराब की दुकान खोली गई थी, लेकिन शराब की दुकान का ग्रामीणों ने विरोध किया तो उसे बंद कर दिया गया था. अब एक बार फिर से शराब की दुकान खोली गई है, जो पंचायत के रास्ते में है. जहां से महिलाएं और बच्चे भी गुजरते हैं, जिसके चलते हर समय दुर्व्यवहार होने की आशंका बनी रहती है.

ग्रामीणों ने बताया कि शराब की दुकान चाडोली गांव के नाम से स्वीकृत नहीं हुई है. दुकान किसी दूसरी जगह आवंटित हुई थी, लेकिन इसे गांव में खोल दिया गया. शराब की दुकान से कुछ ही दूरी पर गांव का सरकारी स्कूल है. शराब की दुकान खुलने से स्कूल के आस-पास का माहौल खराब हो गया है. गांव में शराब की दुकान खुलने से युवाओं पर खराब प्रभाव पड़ रहा है. ग्रामिणों ने कहा कि अगर उनकी बात नहीं मानी गई तो आंदोलन किया जाएगा और इसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी.

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