डूंगरपुर. जिले के सुरपुर सीनियर स्कूल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. जिसमें बच्चों को पढ़ाना किसी खतरे से खाली नहीं है. स्कूल प्रशासन ने इसको लेकर अधिकारियों को कई बार अवगत कराया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. 18 जनवरी से स्कूल एक बार फिर खुल रहे हैं तो ऐसे में स्कूल की प्रधानाचार्य ने गांव वालों के साथ कलेक्टर से मुलाकात की और जर्जर भवन की जगह नए भवन के निर्माण की मांग की.
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुरपुर की प्रधानाचार्य गौतमी खराड़ी ने कहा कि उनकी स्कूल का भवन पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. उसमें बच्चों को बैठाकर पढ़ाना हादसे को न्यौता देने जैसा है. स्कूल के कमरे खंडहर में बदल चुके हैं. सार्वजनिक निर्माण विभाग ने भी अपनी रिपोर्ट में स्कूल भवन को जर्जर घोषित कर दिया है. अगर अब भी जर्जर भवनों में कक्षाएं होती हैं तो बच्चों की जान को खतरा है.
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प्रधानाचार्य गौतमी ने बताया की भवन का एस्टीमेट भी बनाकर विभाग को भेज दिया गया है लेकिन विभाग की ओर से कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है. ऐसे में स्कूल की ओर से जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर आवंटित भूमि पर नए भवन के निर्माण की मांग की गई है. ग्रामीणों ने कहा कि नया भवन नहीं बनने तक उसमें बच्चों को बैठाना संभव नहीं है. इसलिए जल्द से जल्द नया भवन बनाया जाए.