डूंगरपुर. माघ शुक्ल एकादशी पर साद समाज की ओर से डूंगरपुर में संत मावजी महाराज का 292वां जन्मोत्सव मनाया गया. इस अवसर पर शहर में धूमधाम से शोभायात्रा निकाली गई और संत मावजी महाराज के जयकारे भी लगाए गए. साद समाज ने धार्मिक रीति-रिवाज से संत मावजी महाराज की चरण पादुका की पूजा-अर्चना की.
माघ शुक्ल एकादशी के उपलक्ष्य में साद समाज की ओर से हर साल मनाई जाने वाली संत मावजी जयंती पर बुधवार सुबह से ही धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो गए. सादवाड़ा स्थित मंदिर में पूजा अर्चना की गई इसके बाद शोभायात्रा निकाली गई. शोभायात्रा में ऊंट गाड़ी पर अश्वारूढ़ भगवान निष्कलंक की तस्वीर रखी हुई थी, तो वही घोड़े पर समाज के लोग धर्मध्वजा लेकर बैठे थे. बैंड पर धार्मिक गीतों पर श्रद्धालु नाच रहे थे और संत मावजी महाराज के जयकारे लगाते हुए शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से गेपसागर की पाल पर पंहुचे.
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गेपसागर की पाल पर संत मावजी महाराज की चरण पादुकाओं की समाज की ओर से पूजा अर्चना की गई. मंदिर पर ध्वज बदला गया, तो समाज के लोगों की ओर से महाआरती उतारी गई और प्रसाद का वितरण किया गया. इसके बाद शोभायात्रा वापस सादवाड़ा मंदिर पंहुची. समाज के अध्यक्ष बंशीलाल साद ने बताया कि मंदिर में साद समाज की ओर से प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें साद समाज की 135 से ज्यादा प्रतिभाओं को प्रशस्ति पत्र और इनाम देकर सम्मानित किया गया.