डूंगरपुर. जिले में कोरोना महामारी के बीच लोगों को राहत देने के लिए बांटे जा रहे राशन के गेंहू के गबन का मामला उजागर हुआ है. यहां एक डीलर ने सरकारी और रिटायर्ड कर्मचारियों के नाम पर खुद राशन ले लिया. इस पर रसद विभाग ने डीलर का लाइसेंस निलंबित कर उसके खिलाफ कोतवाली थाने में गबन का केस दर्ज करवाया है.
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बताया जा रहा है कि रसद विभाग को डूंगरपुर शहर के घाटी क्षेत्र में स्थित डीलर के संबंध में गड़बड़ी की शिकायतें लगातार मिल रही थी. इस पर रसद विभाग की टीम ने महाकाल मंदिर के पास स्थित राशन डीलर उस्मान की की दुकान पर दबिश दी. इस दौरान शुरुआती जांच में राशन डीलर द्वारा फर्जी तरीके से 48 सरकारी और रिटायर्ड कर्मचारियों के नाम से राशन लेने की पुष्टि हुई है.
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रसद विभाग के प्रवर्तन अधिकारी विपिन जैन के मुताबिक राशन डीलर उस्मान ने पोस मशीन में की गई वैकल्पिक व्यवस्था का दुरुपयोग करते हुए फर्जी तरीके से 48 सरकारी और रिटायर्ड कर्मचारियों के नाम से राशन उठा लिया. इस मामले में संबंधित व्यक्तियों ने बयान में कोई राशन नहीं लेने की बात कही है. प्रवर्तन अधिकारी ने बताया की जांच के बाद आरोपी डीलर का प्राधिकार पत्र निलंबित कर दिया है. वहीं, उसके खिलाफ कोतवाली थाने में भी गबन का मामला भी दर्ज करवाया गया है, जिसकी जांच की जा रही है. साथ ही रसद विभाग की टीम मौके पर जाकर दुकान के स्टॉक की भी जांच की जा रही है.