डूंगरपुर. अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर बुधवार को डूंगरपुर पुलिस ने नवाचार किया. इस नवाचार के तहत स्कूलों में पढ़ने वाली बेटियों को पुलिस ने एक घंटे के लिए एसपी से लेकर थानाधिकारी की कुर्सी पर बिठाया. साथ ही उन्हें पुलिस के कामकाज के बारे में समझाया.
अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस पर पुलिस ने स्कूली छात्राओं को पुलिस अधिकारी बनने का मौका दिया. इस दौरान शहर के महात्मा गांधी टाउन स्कूल के 12वीं कक्षा साइंस में पढ़ने वाली छात्रा दीया यादव को एसपी बनने का मौका मिला. डूंगरपुर एसपी जय यादव ने छात्रा को उनकी कुर्सी पर बैठाया. इसके बाद छात्रा को पुलिस के काम करने का तरीका समझाया गया. एसपी ने मौजूद छात्राओं को बताया कि जिले में शांति और कानून व्यवस्था के साथ ही सभी पुलिस थानों की मॉनिटरिंग एसपी मुख्यालय से ही होती है.
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इस दौरान एसपी बनी छात्रा दीया ने एक परिवादी की सुनवाई भी की. उसकी पीड़ा सुनते हुए एसपी जय यादव के निर्देशन में संबंधित थानाधिकारी से बात करते हुए समस्या समाधान के निर्देश दिए. इस मौके पर छात्राओं ने एसपी कार्यालय का भी अवलोकन किया. एसपी बनी छात्रा ने कहा कि यहां भ्रमण कर समझा कि पुलिस हमेशा ही आम लोगों की मदद के लिए होती है, जबकि एक अपराधी ही पुलिस से डरता है. छात्रा ने कहा कि वह भी आईपीएस बनना चाहती है. अब इस कुर्सी पर बैठने के बाद वह जरूर इस लक्ष्य को पूरा करेगी.
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11वीं कक्षा की छात्रा शबाना बनी महिला थानाधिकारी
नवाचार के तहत जिले के सभी पुलिस थानों में स्कूली छात्राओं को थानाधिकारी की कुर्सी पर बैठाया गया. शहर के देवेंद्र गर्ल्स स्कूल की 11वीं कक्षा की छात्रा शबाना कुरैशी को महिला थानाधिकारी बनाया गया. इस दौरान छात्राओं ने थाने में होने वाले कामकाज के बारे में समझा. थानाधिकारी की जिम्मेवारी निभाते हुए छात्रा ने महिला परिवादी से उसकी पीड़ा सुनी. जिसके बाद महिला थानाधिकारी रीना मिस्त्री के निर्देशन में जांच के निर्देश भी दिए गए. वहीं पुलिस की कुर्सी पर बैठकर और उनके कामकाज को समझकर छात्राएं के चेहरे खुशी से खिल उठे.