डूंगरपुर. कोरोना महामारी में आमजन परेशान है तो वहीं इसका फायदा झोलाछाप डॉक्टर उठा रहे है. गांवों में लोगों में इलाज के नाम पर उनकी जान के साथ खिलवाड़ हो रहा है. ऐसे में सीमलवाड़ा एडीएम की ओर से गुरुवार को कार्रवाई करते हुए चेतावनी दी गई.
जिले के सीमलवाड़ा एसडीएम अनिल जैन झोथरी तहसील क्षेत्र के दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने बेड़ा पंचायत क्षेत्र में एक मकान में चल रहे झोलाछाप क्लिनिक पर छापा मारा. इस दौरान क्लिनिक में झोलाछाप डॉक्टर कोरोनाकाल में 5 मरीजों को भर्ती करके उनका इलाज कर रहा था और उनके ड्रिप भी लगा रखी थी. क्लीनिक में मरीजों के इलाज के नाम पर खुलेआम खिलवाड़ किया जा रहा था, जिस पर एसडीएम अनिल जैन ने झोलाछाप को कोरोना संक्रमण के बीच लोगों की जान के साथ कर रहे खिलवाड़ पर फटकार लगाई.
एसडीएम ने क्लिनिक में रखी दवाओं और इंजेक्शन को जब्त कर लिया है. भर्ती मरीजों को सरकारी अस्पताल में जाकर इलाज करवाने की नसीहत दी है. एसडीएम ने ब्लॉक सीएमएचओ को झोलाछाप की डिग्री और अन्य दस्तावेजों के जांच के निर्देश दिए हैं.
अपने दौरे के दौरान एसडीएम अनिल जैन ने बेडसा, सुराता पंचायतो में तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र का भी निरीक्षण किया. इस दौरान केंद्र पर श्रमिकों की ओर से मास्क नहीं लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना नहीं मिलने पर एसडीएम ने केंद्र प्रभारी को फटकार लगाई और गाइड लइन की पालना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इस दौरान उन्होंने श्रमिकों से भी कोरोना से बचाव के लिए मास्क लगाने और उचित दूरी रखने का आव्हान किया.