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डूंगरपुर: कुत्तों से खुद से बचाने पेड़ पर चढ़ा पैंथर शावक, वनकर्मियों ने किया रेस्क्यू - लिखतिया नाका के जंगल

डूंगरपुर के लिखतिया नाका के जंगल से एक पैंथर का शावक अपनी मां से बिछड़कर आबादी की ओर आ गया. कुत्तों से बचने के लिए शावक पेड़ पर चढ़ गया. वन कर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद पैंथर के शावक का सुरक्षित रेस्कयू किया.

पैंथर का शावक, Panther cub
कुत्तों से खुद से बचाने पेड़ पर चढ़ा पैंथर शावक
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Published : Feb 25, 2021, 12:02 PM IST

डूंगरपुर. लिखतिया नाका के जंगल से भोजन पानी की तलाश में एक पैंथर का शावक अपनी मां से बिछड़कर आबादी की ओर आ गया. डेढ़ माह के इस पैंथर शावक के पीछे कुत्ते पड़ गए तो वह खुद को बचाने के लिए एक पेड़ पर चढ़ गया, जिसे ग्रामीणों ने देखा.

पढ़ेंः धौलपुर: जमीनी विवाद के चलते भाई ने सगे भाई की लाठी डंडों से पीट-पीटकर की नृशंस हत्या

इससे गांव में एक बार तो दहशत का माहौल हो गया, लेकिन बाद में वनकर्मियों ने शावक को सुरक्षित पेड़ से नीचे उतारा. अब पैंथर के शावक को एक बार फिर जंगल मे छोड़ा जाएगा.

वन अधिकारियों ने बताया कि लिखतिया गांव निवासी पोस्टमैन जीवा डामोर जंगल की ओर से गुजर रहा था, उसी दरम्यान उसने एक पेड़ के नीचे काफी संख्या में कुत्ते भौंक रहे थे, जिस लर उसने पेड़ के ऊपर देखा तो पैंथर का शावक बैठा हुआ था, जिसे देखकर एक बार तो पोस्टमेन भी डर गया, लेकिन इसके बाद उसने सूचना गांव के पूर्व सरपंच नारायणलाल डामोर को दी.

पढ़ेंः पड़ोसी बना दरिंदा! काम के बहाने घर बुलाकर 13 साल की नाबालिग से दुष्कर्म

वहीं, इसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भी भीड़ लग गई. इसके बाद सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए. वन कर्मियों ने पेड़ के नीचे ग्रीन नेट लगाकर पैंथर को नीचे उतारने का प्रयास किया. काफी मशक्कत के बाद पैंथर के शावक का सुरक्षित रेस्कयू किया. इसके बाद वन कर्मियों ने राहत की सांस ली.

रेस्क्यू के बाद अब पैंथर के शावक को वापस लिखतिया के जंगलों में सुरक्षित छोड़ा जाएगा. बता दें कि जिले में इस बार हुई वन्य जीव गणना में कई पैंथर नजर आए थे, जिसके से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. वहीं पैंथर के शावक नजर आने के बाद जंगलों में पैंथर की आबादी बढ़ने की संभावना है.

डूंगरपुर. लिखतिया नाका के जंगल से भोजन पानी की तलाश में एक पैंथर का शावक अपनी मां से बिछड़कर आबादी की ओर आ गया. डेढ़ माह के इस पैंथर शावक के पीछे कुत्ते पड़ गए तो वह खुद को बचाने के लिए एक पेड़ पर चढ़ गया, जिसे ग्रामीणों ने देखा.

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इससे गांव में एक बार तो दहशत का माहौल हो गया, लेकिन बाद में वनकर्मियों ने शावक को सुरक्षित पेड़ से नीचे उतारा. अब पैंथर के शावक को एक बार फिर जंगल मे छोड़ा जाएगा.

वन अधिकारियों ने बताया कि लिखतिया गांव निवासी पोस्टमैन जीवा डामोर जंगल की ओर से गुजर रहा था, उसी दरम्यान उसने एक पेड़ के नीचे काफी संख्या में कुत्ते भौंक रहे थे, जिस लर उसने पेड़ के ऊपर देखा तो पैंथर का शावक बैठा हुआ था, जिसे देखकर एक बार तो पोस्टमेन भी डर गया, लेकिन इसके बाद उसने सूचना गांव के पूर्व सरपंच नारायणलाल डामोर को दी.

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वहीं, इसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भी भीड़ लग गई. इसके बाद सूचना पर वन विभाग के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच गए. वन कर्मियों ने पेड़ के नीचे ग्रीन नेट लगाकर पैंथर को नीचे उतारने का प्रयास किया. काफी मशक्कत के बाद पैंथर के शावक का सुरक्षित रेस्कयू किया. इसके बाद वन कर्मियों ने राहत की सांस ली.

रेस्क्यू के बाद अब पैंथर के शावक को वापस लिखतिया के जंगलों में सुरक्षित छोड़ा जाएगा. बता दें कि जिले में इस बार हुई वन्य जीव गणना में कई पैंथर नजर आए थे, जिसके से वन्यजीव प्रेमियों में खुशी की लहर है. वहीं पैंथर के शावक नजर आने के बाद जंगलों में पैंथर की आबादी बढ़ने की संभावना है.

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