डूंगरपुर. पंचायत समिति डूंगरपुर की गुरुवार को बुलाई गई साधारण सभा की बैठक में सुबह 11 बजे तक सदस्यों और अधिकारियों के नहीं पहुंचने पर प्रधान लक्ष्मण कोटेड ने फोन कर उन्हें बुलाया. इसके बाद भी इक्का-दुक्का सदस्य ही बैठक में पंहुचे, लेकिन प्रधान ने इस आखिरी बैठक को शुरू करने की इजाजत दी.
दोपहर 12 बजे तक बैठक में प्रधान सहित उपप्रधान सुरेश, 2 सरपंच, 5 पंचायत समिति सदस्य, 1 जिला परिषद सदस्य और 8 विभागों के अधिकारी ही पहुंचे, जबकि कई कुर्सियां खाली रहीं.
आखिरी बैठक होने की वजह से प्रधान लक्ष्मण ने कहा, कि लोगों की समस्याओं का समाधान करना ही हमेशा प्राथमिकता में रहा है. पंचायती राज के माध्यम से पंचायतों में विकास के कई नए काम किए गए, जिससे विकास को नई गति मिली है.
बैठक में बिजली विभाग के अधिकारियों ने योजना के बारे में बताया तो मौजूद सदस्यों ने कहा, कि गांव में बिजली मीटर की सही ढंग से रीडिंग तक नहीं हो रही है, जिससे कभी बिजली का बिल कम आता है तो कई बार बिजली का भारी बिल आ जाता है, ऐसे में साधारण व्यक्ति बढ़ा हुआ बिल कैसे भरेगा.
ये पढे़ेंः राजधानी में चोरों का आतंक बरकरार, एक साथ 3 सूने फ्लैट को बनाया निशाना
सदस्यों ने कहा, कि इसकी शिकायत करने के बाद भी समाधान नहीं किया जा रहा है. बैठक में कृषि विभाग, शिक्षा विभाग, पीडब्ल्यूडी विभाग विभाग के अधिकारियों ने विभागीय योजनाओं के बारे में बताया.
इससे पहले 27 नवंबर को पंचायत समिति की साधारण सभा रखी गई थी, जिसमें सदस्यों के नहीं आने के कारण बैठक स्थगित कर दी गई थी.