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आदिवासियों का महाकुंभ: राष्ट्रीय बेणेश्वर मेले का आगाज, उमड़े श्रद्धालु, 5 को निकलेगी पालकी यात्रा

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Published : Feb 1, 2023, 6:46 PM IST

Updated : Feb 1, 2023, 6:58 PM IST

डूंगरपुर के बेणेश्वर धाम पर आदिवासियों का महाकुंभ (National Beneshwar fair started in Dungarpur) कहे जाने वाले राष्ट्रीय बेणेश्वर मेले का आगाज हो गया है. इसके साथ ही बेणेश्वर धाम पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है.

Mahakumbh of tribals
राष्ट्रीय बेणेश्वर मेले का आगाज
डूंगरपुर में बेड़ेश्वर मेला शुरू

डूंगरपुर. जिले में सोम, माही और जाखम नदियों की त्रिवेणी बेणेश्वर धाम पर बुधवार को आदिवासियों का महाकुंभ कहे जाना वाला बेणेश्वर मेला बुधवार से शुरू हो गया. बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने राधा कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद सप्तरंगी ध्वजा का आम्रपल्लव के साथ पूजन किया. इसके बाद ढोल-नगाड़ों और संत मावजी महाराज की वाणियों के साथ मंदिर पर ध्वजा फहराई गई.

ध्वजारोहण के साथ ही बेणेश्वर मेले का आगाज हुआ और संत मावजी महाराज के जयकारे गूंज उठे. बेणेश्वर मेले को लेकर पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आई. साबला, वालाई और बेणेश्वर धाम की पुलिया पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ रही. सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम में लोगों ने डुबकी लगाई. सालभर में परिवार में मृत लोगों की अस्थियों का त्रिवेणी संगम में विसर्जन कर तर्पण किया गया.

पढ़ें. Camel Festival 2023: सांस्कृतिक संध्या के साथ हुआ समापन, पद्मश्री अनवर खान की गायकी से मंत्रमुग्ध हुए श्रोता

धाम पर मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ रही. राधा कृष्ण मंदिर, शिव मंदिर, ब्रह्माजी मंदिर और वाल्मिकी मंदिर में दर्शन के बाद लोगों ने मेले का लुत्फ उठाया. मेले में 1 हजार से ज्यादा दुकानें लगी हैं.

5 फरवरी को पालकी यात्रा और शाही स्नान रहेगाः बेणेश्वर मेले के तहत माघ पूर्णिमा के दिन 5 फरवरी को मुख्य मेला भरेगा. इसी दिन महंत अच्युतानंद महाराज की पालकी यात्रा निकाली जाएगी. साबला हरी मंदिर से पालकी यात्रा 5 किमी दूर बेणेश्वर धाम पहुंचेगी. बेणेश्वर आबुदर्रघाट पर महंत अच्युतानंद महाराज के साथ भक्त शाही स्नान कर डुबकी लगाएंगे. शाही स्नान और पालकी यात्रा के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.

पढ़ें. Camel Festival 2023 : रायसर के धोरों में हुई कुश्ती, रस्सा-कस्सी और कबड्डी प्रतियोगिताएं, पर्यटकों का लगा हुजूम

सुरक्षा में लगे 800 से ज्यादा पुलिसकर्मीः बेणेश्वर मेले में सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेले में 800 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. ये पुलिसकर्मी साबला, वालाई और बांसवाड़ा पुलिया के रास्ते से लेकर बेणेश्वर धाम पर जगह जगह तैनात किए गए हैं. पुलिस की ओर से 17 चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. वहीं बेणेश्वर धाम पर सभी खास जगहों पर 40से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. नाइट विजन के इन कैमरों से रात के समय भी नजर रख सकेंगे.

मेले के दौरान होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेलः डूंगरपुर जिले के साबला उपखंड अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि बेणेश्वर मेले के दौरान जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही टीएडी व खेल विभाग की ओर से कई खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी. इसमें पुरुष और महिला वर्ग की एथलेटिक्स, सितोलिया प्रतियोगिता होगी. जबकि तीरंदाजी, वालीबॉल, रस्साकसी, महिलाओं की मटका दौड़, भजन मंडली, साफा बांधो प्रतियोगिता भी होगी. प्रतियोगिता में विजयी रहने वालों को इनाम भी मिलेगा.

डूंगरपुर में बेड़ेश्वर मेला शुरू

डूंगरपुर. जिले में सोम, माही और जाखम नदियों की त्रिवेणी बेणेश्वर धाम पर बुधवार को आदिवासियों का महाकुंभ कहे जाना वाला बेणेश्वर मेला बुधवार से शुरू हो गया. बेणेश्वर धाम के महंत अच्युतानंद महाराज ने राधा कृष्ण मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद सप्तरंगी ध्वजा का आम्रपल्लव के साथ पूजन किया. इसके बाद ढोल-नगाड़ों और संत मावजी महाराज की वाणियों के साथ मंदिर पर ध्वजा फहराई गई.

ध्वजारोहण के साथ ही बेणेश्वर मेले का आगाज हुआ और संत मावजी महाराज के जयकारे गूंज उठे. बेणेश्वर मेले को लेकर पहले दिन से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आई. साबला, वालाई और बेणेश्वर धाम की पुलिया पर हजारों श्रद्धालुओं की भीड़ रही. सोम, माही और जाखम नदियों के त्रिवेणी संगम में लोगों ने डुबकी लगाई. सालभर में परिवार में मृत लोगों की अस्थियों का त्रिवेणी संगम में विसर्जन कर तर्पण किया गया.

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धाम पर मंदिरों में दर्शनों के लिए भक्तों की भारी भीड़ रही. राधा कृष्ण मंदिर, शिव मंदिर, ब्रह्माजी मंदिर और वाल्मिकी मंदिर में दर्शन के बाद लोगों ने मेले का लुत्फ उठाया. मेले में 1 हजार से ज्यादा दुकानें लगी हैं.

5 फरवरी को पालकी यात्रा और शाही स्नान रहेगाः बेणेश्वर मेले के तहत माघ पूर्णिमा के दिन 5 फरवरी को मुख्य मेला भरेगा. इसी दिन महंत अच्युतानंद महाराज की पालकी यात्रा निकाली जाएगी. साबला हरी मंदिर से पालकी यात्रा 5 किमी दूर बेणेश्वर धाम पहुंचेगी. बेणेश्वर आबुदर्रघाट पर महंत अच्युतानंद महाराज के साथ भक्त शाही स्नान कर डुबकी लगाएंगे. शाही स्नान और पालकी यात्रा के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है.

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सुरक्षा में लगे 800 से ज्यादा पुलिसकर्मीः बेणेश्वर मेले में सुरक्षा को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. मेले में 800 से ज्यादा सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. ये पुलिसकर्मी साबला, वालाई और बांसवाड़ा पुलिया के रास्ते से लेकर बेणेश्वर धाम पर जगह जगह तैनात किए गए हैं. पुलिस की ओर से 17 चेकिंग पॉइंट बनाए गए हैं. वहीं बेणेश्वर धाम पर सभी खास जगहों पर 40से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. नाइट विजन के इन कैमरों से रात के समय भी नजर रख सकेंगे.

मेले के दौरान होंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम व खेलः डूंगरपुर जिले के साबला उपखंड अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि बेणेश्वर मेले के दौरान जिला प्रशासन व पर्यटन विभाग की ओर से कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके साथ ही टीएडी व खेल विभाग की ओर से कई खेलकूद प्रतियोगिताएं भी आयोजित होंगी. इसमें पुरुष और महिला वर्ग की एथलेटिक्स, सितोलिया प्रतियोगिता होगी. जबकि तीरंदाजी, वालीबॉल, रस्साकसी, महिलाओं की मटका दौड़, भजन मंडली, साफा बांधो प्रतियोगिता भी होगी. प्रतियोगिता में विजयी रहने वालों को इनाम भी मिलेगा.

Last Updated : Feb 1, 2023, 6:58 PM IST
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