डूंगरपुर. जिले में भले ही जिला प्रशासन ने गुजरात से लगने वाले रतनपुर बोर्डर को सील को कर दिया हो, लेकिन गुजरात सरकार की लापरवाही के चलते गुजरात से अभी भी लोगो का पलायन नहीं रुका है. दूसरी ओर गुजरात मे लोगों की सुविधाओं को लेकर इंतजाम नहीं होने से लोग फंसे हुए है.
बता दें, कि केंद्र सरकार ने पलायन कर रहे लोगों से कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए देशभर में सभी बोर्डर सील करने के आदेश जारी किये थे. जिसके बाद गुजरात से लगते हुए डूंगरपुर के रतनपुर बोर्डर को सोमवार शाम को सील कर दिया गया था, लेकिन गुजरात सरकार केंद्र सरकार के उन आदेशो की धज्जिया उड़ाने में लगी है. गुजरात से अभी भी सैकड़ों लोग पैदल पैदल निकल रहे है और जंगल के रास्तों से होते हुए बॉर्डर क्रॉस कर रहे है. ये लोग जंगल के रास्तों से बॉर्डर क्रॉस करते हुए हाइवे पर आते हुए अपने घर लोट रहे है.
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इधर, प्रशासन ने मंगलवार को गुजरात से पलायन करके आए 400 लोगों को रोका है और उन्हें क्वॉरेंटाइन करते हुए उनके खाने की व्यवस्था की है. इन 400 में से 27 लोग राजस्थान के है. वहीं, शेष एमपी और यूपी के है. इधर गुजरात से अभी पलायन रुक नहीं रहा है. जिसके बाद प्रशासन ने सख्ती अपनाते हुए अब राजस्थान की सीमा में लोगों को घुसने नहीं पर रोक लगा दी है. इस मामले में जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा, कि इस संबंध में डूंगरपुर की सीमा से लगने वाले अरवल्ली और महिसागर के प्रशासन से बात की गई है और उन्हें केंद्र सरकार के पलायन पर रोक के निर्देश की पालना के लिए निवेदन किया गया है.