डूंगरपुर. शहर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में डेढ़ माह पहले एक कोरोना पॉजिटिव केस आने के बाद शहर में माहौल शांत था. धीरे-धीरे सब कुछ पटरी पर लौट रहा था और लॉकडाउन 4 लागू होने के बाद 17 जून से डूंगरपुर का बाजार भी खुलने लग गया था. साथ ही शहर में रौनक लौटने लगी थी. लेकिन, सोमवार को जैसे ही 3 पॉजिटिव केस सामने आए वैसे ही बाजार बंद हो गए. कोरोना पॉजिटिव केस आने से व्यापारी वर्ग में खलबली मच गई.
इसके बाद पुलिस और प्रशासन ने डूंगरपुर के बाजार को बंद करवा दिया. कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में आने वाले सभी बाजारों की दुकानों के शटर एक बार फिर डाउन हो गए. जबकि दुकानें खुले अभी 20 दिन ही हुए थे और बाजारों में कोरोना के डर के बीच कुछ रौनक शुरू हुई थी.
डूंगरपुर में नया बस स्टैंड से लेकर पुराना बस स्टैंड, तहसील चौराहा और भीतरी शहर के बाजार को बंद करवा दिया गया है, जबकि डूंगरपुर का सबसे बड़ा व्यापारी वर्ग इसी के बीच है. साथ ही इस पूरे क्षेत्र को जीरो मोबिलिटी क्षेत्र घोषित कर दिया है. वहीं इस कारण जगह-जगह पुलिस की ओर से बेरिकेटिंग लगाकर नाकाबंदी कर दी गई है।
जगह-जगह पर पुलिस के जवान तैनात किए गए है और इस क्षेत्र में लोगों की आवाजाही पूरी तरह से रोक दी गई है. ऐसे में बाजार बंद, सड़कें सुनी दिखाई दे रही हैं. दूसरी ओर चिकित्सा विभाग की टीम व्यापारियों के संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें भी होम क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है. वहीं सैंपल भी लिए जा रहे हैं.
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बता दें की 17 जून से शहर में रौनक लौटने लगी थी तो वहीं डेढ़ माह से पसरा सन्नाटा भी टूटने लगा था. साथ ही दुकानें खुलने से व्यापारियों को भी पिछले लंबे समय से दुकानें बंद रहने से हुए नुकसान के बाद अब थोड़ी बहुत कमाई की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना पॉजिटिव केस आने से फिर से बजारों में पसरा सन्नाटा पसर गया है.