डूंगरपुर. वागड़ के प्रसिद्ध बेणेश्वर मेले को विश्व और राष्ट्रीय पर्यटन के मानचित्र में स्थापित करते हुए पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पहली बार धाम से जुड़ी आस्था, कला और संस्कृति पर आधारित "लोगो" का विमोचन किया गया. जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बेणेश्वर मेले को राष्ट्रीय पहचान दिलाने के लिए अभिनव पहल करते हुए बेणेश्वर धाम के परिदृश्य को रेखांकित करते ‘लोगो’ का विमोचन किया है.
कलेक्टर रंजन ने बताया, कि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बेणेश्वर धाम के विकास की प्रतिबद्धता को जताते हुए बेणेश्वर धाम के विकास के लिए बोर्ड का गठन किया है. जिला प्रशासन का भी प्रयास है, कि आस्था के इस धाम पर लगने वाले इस विशाल मेले की संस्कृति और सांस्कृतिक परंपरा को विश्व और राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र में स्थान मिले, जिससे देश के साथ-साथ विदेशी सैलानियों को भी संस्कृति और आस्था के अद्भुत संगम बेणेश्वर मेले की जानकारी मिल सके और पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके.
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उन्होंने बताया, कि इस दिशा में सबसे पहले बेणेश्वर मेला और धाम की पौराणिक, धार्मिक, संस्कृति को ध्यान में रखकर जिले के ख्यातनाम चित्रकार रूपेश भावसार द्वारा ‘लोगो’ तैयार करवाया है.
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साथ ही उन्होंने बताया, कि ‘लोगो’ में त्रिवेणी संगम, हरिमंदिर, नैसर्गिक छटा और मेला संस्कृति के परिदृश्य को मनोहारी रूप से दर्शाने का प्रयास किया गया है. जिला प्रशासन का प्रयास है, कि बेणेश्वर मेला के संदर्भ में बुकलेट भी तैयार की जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक इससे रूबरू हो सकें.