डूंगरपुर. शहर के विजयाराजे सिंधिया ऑडिटोरियम में जैव विविधता पर कार्यशाला के साथ सातवें बर्ड फेयर फेयर का आगाज हुआ. कार्यशाला में बतौर एक्सपर्ट डॉ. सतीश शर्मा ने देश-विदेश से आने वाले बर्ड्स के आवास, व्यवहार और भोजन के बारे में जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि आने वाले समय में स्कूल के बच्चे ही पक्षियों के संसार को जीवित रखेंगे. ऐसे में उन्हें जागरूक करना, इस बर्ड फेयर की प्राथमिकता है. इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला कलेक्टर कानाराम ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए पक्षियों का संरक्षण बहुत आवश्यक है. बच्चों के साथ आमजन को भी इसके लिए जागरूक करना आवश्यक है.
कलेक्टर कानाराम ने कहा कि डूंगरपुर के बर्ड फेयर को देश और विदेश के पर्यटन मंच तक प्रचारित किया जाना भी आवश्यक है. कार्यशाला में विभागीय अधिकारियों सहित अन्य एक्सपर्ट्स ने बच्चों का मार्गदर्शन किया. इस अवसर यहां बर्ड्स को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी का भी बच्चों ने अवलोकन किया.
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इधर कार्यशाला में भाग लेने के बाद स्कूली बच्चे भी उत्साहित दिखे और उन्होंने पक्षियों के संरक्षण में अपना योगदान देने की बात कही. दो दिवसीय बर्ड फेयर के तहत शुक्रवार को रणसागर तालाब के किनारे स्कूली बच्चों को बर्ड्स वॉचिंग करवाई जाएगी. जिसमें पर्यावरण प्रेमी और विशेषज्ञ शिरकत करेंगे.