डूंगरपुर. जिले की झोथरी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत पाडली गुजरेश्वर के उप सरपंच दबंगई पर आमादा है. उपसरपंच दीपक जोशी ने तीन अनाथ बच्चे रंजना, गौरव और रौनक पंचाल की जमीन को हड़पकर उनको बेसहारा कर दिया. जिसके बाद पीड़ित अनाथ भाई-बहन ने शुक्रवार को डूंगरपुर कलेक्ट्रेट पहुंचकर एडीएम को आपबीती सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
2 साल पिता और 5 साल पहले मां चल बसी
दरअसल, बच्चों के पिता कचरू की मौत दो साल पहले हो गयी थी और मां का साया बच्चों के सिर से 5 साल पहले ही उठ गया था. लेकिन बदनसीबी का दौर अभी थमा नहीं था. बड़ी बहन रंजना की पढ़ाई छूट गयी है और गांव के घरों में काम करके छोटे भाईयों का पेट पालती है. बच्चों का पुश्तैनी कच्चा घर बारिश में ढह गया है, लेकिन तीनों अनाथ भाई-बहिन टूटे घर में रात गुजारने को मजबूर है.
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उपसरपंच ने पद का दुरुपयोग कर जमीन हड़पी
वहीं इनकी पुश्तैनी खातेदारी जमीन पर पंचायत के उपसरपंच दीपक जोशी ने पद का दुरुपयोग करते हुए जालसाजी कर भूमि खुद के नाम होने के दस्तावेज हासिल कर लिए है. उपसरपंच की दबंगई इतनी है कि उसने अब अनाथों की जमीन पर दुकान बनाना भी शुरू कर दिया है.
ग्रामीणों ने साथ दिया तो उनको भी डराया
अनाथ बच्चों की पैरवी करने वाले करने वाले कुछ लोग अगस्त महीने में कलेक्टर से मिले थे. जिस पर धम्बोला पुलिस को जान माल की सुरक्षा और जांच के आदेश दिए गए थे. ग्रामीणों का कहना है कि बच्चों की पैरवी करना उनके लिए खतरा साबित हो रहा है और उन्हें भी डराया जा रहा है.
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पीड़ित अनाथ बच्चों ने लगाई अतिरिक्त जिला कलेक्टर से गुहार
इधर, पीड़ित अनाथ भाई-बहिन शुक्रवार को डूंगरपुर कलेक्ट्रेट पहुंचे और एडीएम को आपबीती सुनाते हुए न्याय की गुहार लगाई. जिस पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर कृष्णपाल सिंह ने संवेदनशीलता दिखाते हुए धम्बोला पुलिस और सीमलवाड़ा एसडीएम को तत्काल उपसरपंच के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सुरक्षा और न्याय दिलाने सहित उनकी शिक्षा और सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए है.