डूंगरपुर. नेशनल हाइवे 8 पर हिंसा मामले की जांच के लिए राज्य सरकार की ओर से नियुक्त गृह सचिव नारायणलाल मीणा शनिवार को डूंगरपुर पहुंचे. गृह सचिव नारायणलाल मीणा ने हिंसा प्रभावित लोगों के साथ प्रत्यक्षदर्शियों से घटना के हाल जाने और उनके बयान भी दर्ज किए गए. गृह सचिव रविवार को भी सर्किट हाउस में लोगों से संवाद करेंगे.
राज्य सरकार की ओर से नियुक्त जांच अधिकारी गृह सचिव नारायणलाल मीणा के डूंगरपुर पहुंचने पर अधिकारियों ने स्वागत किया. गृह सचिव मीणा दो दिनों तक सर्किट हाउस में रहते हुए डूंगरपुर और उदयपुर जिले के खेरवाड़ा में उपद्रवियों के उग्र हो जाने और राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम करने, पत्थरबाजी, लूटपाट और आगजनी के साथ ही हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग की घटना को लेकर पीड़ित और प्रत्यक्षदर्शियों से मुलाकात करते हुए जनसुनवाई करेंगे.
शनिवार सुबह 10 बजे से सर्किट हाउस में जनसुनवाई का समय तय था, लेकिन तब तक लोगों के नहीं आने के कारण करीब डेढ़ घंटे बाद जनसुनवाई शुरू हुई. पहले ही दिन कई लोग जनसुनवाई में पहुंचे और गृह सचिव नारायणलाल से मुलाकात करते हुए घटना के बारे में जानकारी दी. इस दौरान कई लोगों ने घटना को लेकर अपने बयान भी दर्ज करवाए.
इस दौरान हिंसा से प्रभावित लोगों ने गृह सचिव से सरकार के माध्यम से प्रभावित लोगों को 100 प्रतिशत मुआवजा दिलाने, आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही हिंसा भड़काने वाले नेताओं की गिरफ्तारी की मांग की है. इधर, जांच के लिए डूंगरपुर आए गृह सचिव मीणा हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा भी करेंगे. इस दौरान मूल अधिकार रक्षा मंच ने पुलिस की ओर से मामले में की जा रही जांच और कार्रवाई को लेकर संतुष्टि जताते हुए एसपी का तबादला रोकने की मांग भी रखी है.