डूंगरपुर. फाइनेंसकर्मी के साथ 12 दिन पहले हुई 1 लाख रुपये की लूट के मामले का कोतवाली थाना पुलिस ने खुलासा कर दिया है. वारदात में स्वयं सहायता समूह की एक महिला का पति ही मुख्य साजिशकर्ता निकला. आरोपी ने गुजरात में अपने साथ मजदूरी करने वाले साथियों को साजिश में शामिल कर लिया. वारदात के एक दिन पहले वह गांव आए और लूटपाट के बाद वापस भाग गए. मामले में पुलिस ने 4 लूटेरों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि एक नाबालिग भी पकड़ा गया है.
वारदात का खुलासा करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 19 जुलाई को भारत फाइनेंस कंपनी शाखा गैंजी के सर्किल मैनेजर विक्रमसिंह के साथ लूटपाट की वारदात हुई थी. इसमें बाइक सवार लूटेरों ने आंखों में मिर्च डालकर फाइनेंसकर्मी से 1 लाख 6780 रुपये लूट लिए थे.
एसपी ने बताया कि वारदात की गंभीरता को देखते हुए थानाधिकारी दिलीपदान, एएसआई गोविंदसिंह समेत पुलिस कर्मियों की एक टीम गठित कर मामले की छानबीन शुरू की. इस दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में कई अहम सुराग हाथ लगे जिसकी सहायता से मुख्य साजिशकर्ता हरीश पुत्र नानूराम मीणा निवासी महुडी, पंकज पुत्र नानजी कटारा मीणा निवासी भादर, अशोक पुत्र देवीलाल रोत निवासी बेडसा, पंकज पुत्र प्रेमजी बरंडा निवासी पोपटली को गिरफ्तार कर लिया गया. वहीं वारदात में लिप्त एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है.
अहमदाबाद से साथ आये, रात को स्कूल में ठहरे
मुख्य साजिशकर्ता हरीश गुजरात में मजदूरी करता है और उसके साथ काम करने वालों को ही उसने वारदात में शामिल किया था. एसपी ने बताया कि हरीश व उनके अन्य साथी वारदात के ठीक एक दिन पहले 18 जुलाई को महूडी गांव आये थे. इसके बाद हरीश ने साथियों को फाइनेंसकर्मी के आने जाने का रास्ता और लूट की वारदात के लिए तय जगह बता दी.
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फिर हरीश अपने घर चला गया जबकि नाबालिग समेत 3 आरोपी महूडी गांव में ही एक सरकारी स्कूल के बरामदे में ठहर गए. दूसरे दिन फाइनेंसकर्मी हरीश के घर से महिला समूह की मीटिंग के बाद जैसे ही पैसे लेकर निकला तो उसने फोन कर साथियों को जानकारी दे दी. फाइनेंसकर्मी के घटना स्थल पर पंहुचते ही आरोपियों ने उसे रोककर आंखों में मिर्च डाल दी और रुपयों से भरा बैग लूटकर भाग गए.
मौज-शौक पूरा करने के लिए वारदात
आरोपी हरीश और उसके साथियों ने मौज-शौक के साथ ही आर्थिक तंगी दूर करने के लिए लूटपाट की साजिश रची. मुख्य साजिशकर्ता हरीश को जानकारी थी कि पत्नी के स्वयं सहायता समूह के पैसे की रिकवरी के लिए फाइनेंसकर्मी आने वाला है. ऐसे में उसका अनुमान था कि फाइनेंसकर्मी के पास बड़ी राशि होगी जिससे उनकी तंगी दूर हो जाएगी. वारदात के बाद आरोपियों ने लूट की राशि भी आपस मे बांट ली थी. फिलहाल पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त बाइक जब्त कर ली है, जबकि पैसों की बरामदगी के लिए प्रयास चल रहे हैं.